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शिया कालेज एन सी सी ने अतंरराष्ट्रीय बर्ष आफ मिलेटस (IYOM) के अंतर्गत आज एक व्याख्या का आयोजन किया गया

                                 HTN Live
आज दिनांक 8/12/2023 को राष्ट्रीय कैडेट कोर 63 बटालियन शिया पी जी कालेज में आज सीओ 63 बटालियन हर्ष कुमार झा के आदेशानुसार  अतंरराष्ट्रीय बर्ष आफ मिलेटस (IYOM) के अंतर्गत आज एक व्याख्या का आयोजन किया गया। 
 इस कार्यक्रम में मुख्य वक्त के रूप में हमराह एक्स कैडेट एनसीसी सेवा संस्थान के अजीत सिंह थे।  
 अजीत सिंह ने कहा कि कियामोटे अनाज का लगातार सेवन करने से वजन कम होने के साथ-साथ हमारा शरीर एनर्जेटिक फील करता है। इतने फायदे होने के कारण WHO और फूड एंड एग्रीकल्‍चरल ऑर्गेनाइजेशन (FAO) ने साल-2023 को मोटा अनाज वर्ष (International Year of Millets 2023) घोषित किया है।

मोटा अनाज मधुमेह कम करने में मदद करता है और हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। Millet में प्रोटीन, खनिज और विटामिन के संदर्भ में चावल और गेहूं से तीन से पांच गुना अधिक पोषण होता है। मोटा अनाज starch का बढ़िया स्रोत है, जो इसे उच्च ऊर्जा वाला भोजन बनाता है। मोटा अनाज प्रोटीन और फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत है।

वैसे तो मोटे अनाज में आठ मोटे अनाजों को शामिल किया गया है जिसमें बाजरा, ज्वार, रागी, कंगनी, कुटकी, कोदो, सांवा और चेना शामिल हैं. इसी बीच एक सवाल ये है कि आखिर भारत में ऐसा कौन सा मोटा अनाज है जिसे मोटे अनाज का राजा कहा जाता है. इसका जवाब है ज्वार.. ज्वार को मोटे अनाजों का राजा कहा जाता
भारत द्वारा निर्यात किए जाने वाले मोटे अनाजों में बाजरा, रागी, कनेरी, जवार और कुट्टू शामिल हैं।
गेहूं की जगह क्या खाएं?
जिम में पसीना बहाकर भी नहीं कम हो रहा है आपका वजन? तो इन 5 अनाज से कुछ ही दिनों में घटाएं अपना Weightमक्का (Maize) गेहूं की जगह मक्का एक हेल्दी अनाज का विकल्प है।
 बाजरा (Millet) बाजरा भी ग्लूटेन फ्री और फाइबर से भरपूर अनाज है। जौ (Barley) जौ में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। ...ज्वार (Sorghum) ...रागी (Ragi

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