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आज की पीढ़ी को वैलेंटाइन-डे याद है पर आज का इतिहास और बलिदान नहीं याद होगा -- हमराह एक्स कैडेट एनसीसी

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सीतापुर /सिधौली  हमराह एक्स कैडेट एन सी सी सेवा संस्थान के  नेतृत्व में भगत सिंह, राजगुरु सुखदेव को एवं पुलवामा में वीरगढ़ को प्राप्त हुए वीर शहीदों को श्रद्धासुमन भेंट करने के उद्देश्य से एक श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन श्री वामन माध्यमिक विद्यालय बौनाभारी में किया गया शहीदों को श्रद्धांजलि देने के उपरांत संस्थान के सचिव समाज सेवी ज्ञानेश पाल धनगर  ने कहा कि भारत की युवा पीढ़ी अपने इतिहास को भूलती जा रही है। वैलेंटाइन-डे की मद में डूबी आज की पीढ़ी को शायद याद भी होगा कि आज ही के दिन 14 फरवरी 1931 को लाहौर में फिरंगी अदालत द्वारा उक्त शहीदों को फांसी की सजा का फरमान सुनाया गया था। आज ही के दिन 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सेना के वीर जवानों पर आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें हमारे देश के 44 वीर सैनिक वीरगति को प्राप्त  हुए
इस लिहाज से 14 फरवरी भारत के इतिहास का काला दिन है।  ज्ञानेश पाल  धनगर ने कहा कि माता-पिता और अध्यापकों को युवाओं को जागरूक करना चाहिए ताकि वे पश्चिमी अश्लीलता को छोड़ भारतीय शालीनता का दामन थामे।आजकल हम फिल्मों में हीरो देखते हैं वह हीरो नहीं है असल जिंदगी में हीरो देश का सैनिक है जो हमारी रक्षा के लिए तन मन से हमेशा लगे रहते है और देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करने के लिए एक बार भी नहीं सोचते है। देश के जवान ही असल जिंदगी में एक रियल हीरो हैं। वैलेंटाइन डे को इन देशभक्तों के नाम करना चाहिए क्योंकि यह इसके सच्चे काबिल है।”उन्होंने कहा कि शहीद हुए अमर शहीदों की बदौलत ही हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। शहीदों को हमेशा सम्मान देना चाहिए और उनके बताए गए रास्तों पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ युवा पश्चिम की संस्कृति को अपना रहे हैं। वेलेंटाइन डे मनाने की बजाय अपने माता-पिता की सेवा करना चाहिए। देश के लिए मर मिटने का जज्बा होना चाहिए। युवाओं को देश को मजबूत करने की दिशा में अग्रसर होना चाहिए कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य विजय मौर्य ,सहायक अध्यापक राजाराम, आशीष मौर्य ,नीलम भारती, रामधारी दिनकर अनूप पांचाल संजय मौर्य शिव जायसवाल, दीपांशी रावत, शिवानी,रूकशाना, अतुल , अनुराग, रोशनी,नैन्सी,अंकेश, पिंकी, आदि अध्यापक एवं छात्र-छात्राएं  उपस्थित रहे

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