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हमराह एक्स कैडेट एन सी सी सेवा संस्थान के तत्वधान में विकासखंड सिधौली के श्री वामन माध्यमिक विद्यालय बौनाभारी के प्रांगण में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई गई

                             HTN Live
सिधौली सीतापुर। दिनांक 12/1/2024/दिन शुक्रवार को हमराह एक्स कैडेट एन सी सी सेवा संस्थान के तत्वधान में विकासखंड सिधौली के श्री वामन माध्यमिक विद्यालय बौनाभारी के प्रांगण में राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में धूमधाम से मनाई गई, संस्थान के सदस्यों ने स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके जीवन परिचय पर प्रकाश डाला, संस्थान के सचिव ज्ञानेश पाल धनगर ने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था, युगपुरुष वेदांत दर्शन के पुरोधा मानव सेवक, करोड़ों युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की स्मृति के अंतर्गत उनकी जयंती पर समूचे भारत में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
स्वामी जी ने युवाओं को अपना संदेश देते हुए कहा था कि उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए यह संदेश युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन कर उनके जीवन में नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने देश के युवाओं को अपने लक्ष्य हेतु अग्रसर होने के लिए जोश व उत्साह की मंजिल का रास्ता दिखाया, और देश के युवाओं को आजाद भारत का सपना दिखाने वाले विवेकानंद जी ने संपूर्ण विश्व में हिंदू धर्म के महत्व का प्रचार प्रसार किया, उन्होंने गरीबों की सेवा के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना भी की, स्वामी जी की शिक्षा देश की सबसे बड़ी दार्शनिक संपत्तियां हैं, जो सदैव हम सभी को प्रेरित करती रहेंगी और कहां की विवेकानंद जी एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे और उनका देशप्रेम के से छिपा नहीं है। वह लोगों की मदद करने से कभी भी पीछे नहीं हटते थे, बल्कि लोगों की सेवा करने को वह ईश्वर की पूजा करने के बराबर मानते थे. स्वामी विवेकानंद आज भी करोड़ों युवाओं को प्रेरणा देते हैं.
स्‍वामीजी ने हम सभी को याद दिलाया कि यह धरती है जहां से आध्‍यात्मिकता और दर्शन समुद्री ज्‍वार की तरह बार-बार उभरते हैं और विश्‍व को जल प्‍लावित करते हैं और यह धरती है जहां से मानवता की गिरती नस्‍लों में जीवन और शक्ति लाने के ज्‍वार उठते हैं। स्‍वामी विवेकानंदजी ने न केवल विश्‍व पर अपनी छाप छोड़ी, बल्कि देश के स्‍वतंत्रता आंदोलन को नई ऊर्जा और नया विश्‍वास भी दिया। उन्‍होंने देश के लोगों में हम कर सकते हैं, हम सक्षम हैं की भावना भरकर जागृत किया। यह आत्‍मविश्‍वास है, यह विश्‍वास युवा संन्‍यासी के खून के प्रत्‍येक बूंद में था। उन्‍होंने देश को यह आत्‍मविश्‍वास दिया। ’
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री विजय कुमार मौर्य जी ने कहाकहा कि विवेकानंदजी युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने शिकागो धर्म सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करके देश का गौरव बढ़ाया। आज की युवा पीढ़ी को स्वामीजी के विचारों एवं आदर्शों को आत्मसात करने की आवश्यकता है।
इस मौके पर विद्यालय की सहायक अध्यापक आशीष कुमार मौर्य ,अनूप पांचाल ,राजाराम, छात्र सूरज, रितेश मनीष सोनू कामिनी रावत, काजल सिंह ,शिवानी,ज्योत कुमार ,सिंह पारुल, मोहिनी ,कल्पना ,कोमल अरविंद, कपिल, सुधीर, राजकमल आदि छात्र छात्राएं  उपस्थित रहे

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