सऊदी से लौटे व्यक्ति को कोरोना संदिग्ध मानकर 3 ट्रेन के टायलेट में किया गया बंद
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कानपु
नई दिल्ली से गया जा रही महाबोधी एक्सप्रेस में एक यात्री को तेज बुखार आने से कोच में हड़कंप मच गया। दशहत का माहौल कुछ इस कदर था कि बाकी के यात्रियों ने उसे तीन घंटे के लिए ट्रेन के टॉयलेट में बंद कर दिया। इसकी सूचना रेल प्रशासन को दी गई। ट्रेन जब कानपुर पहुंची तो डॉक्टरों की टीम आई और उसकी जांच की। हालांकि डॉक्टरों को यात्री में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आए।
दरअसल, सऊदी अरब से लौटे मोहम्मद एजाज अंसारी गया जाने के लिए दिल्ली से महाबोधी ट्रेन (12398) में सवार हुए थे। वे ए-2 कोच की सीट नंबर छह पर बैठे थे। इसी दौरान बाकी के यात्रियों से उनकी बातचीत शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि वे आज ही सऊदी अरब से लौटे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बता दिया कि उन्हें बुखार है। इतना सुनते ही कोच में हंगामा खड़ा हो गया। आसपास की सीट पर बैठे यात्री हट गए। कुछ यात्री दूसरी कोचों में चले गए।
इसके बाद कोच कंडक्टर ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी रेलवे कंट्रोल रूम को दी। ट्रेन शाम 5.45 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंची तो पहले से मौजूद सीएमओ की टीम ने उन्हें उतार लिया। प्लेटफॉर्म पर ही थर्मल स्कैनर से जांच हुई। जांच में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आए। फिर भी यात्रियों ने उन्हें ट्रेन के कोच में नहीं बैठने दिया। अब स्टेशन प्रबंधन उन्हें दूसरी ट्रेन से गया भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं।
कानपु
नई दिल्ली से गया जा रही महाबोधी एक्सप्रेस में एक यात्री को तेज बुखार आने से कोच में हड़कंप मच गया। दशहत का माहौल कुछ इस कदर था कि बाकी के यात्रियों ने उसे तीन घंटे के लिए ट्रेन के टॉयलेट में बंद कर दिया। इसकी सूचना रेल प्रशासन को दी गई। ट्रेन जब कानपुर पहुंची तो डॉक्टरों की टीम आई और उसकी जांच की। हालांकि डॉक्टरों को यात्री में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आए।
दरअसल, सऊदी अरब से लौटे मोहम्मद एजाज अंसारी गया जाने के लिए दिल्ली से महाबोधी ट्रेन (12398) में सवार हुए थे। वे ए-2 कोच की सीट नंबर छह पर बैठे थे। इसी दौरान बाकी के यात्रियों से उनकी बातचीत शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि वे आज ही सऊदी अरब से लौटे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बता दिया कि उन्हें बुखार है। इतना सुनते ही कोच में हंगामा खड़ा हो गया। आसपास की सीट पर बैठे यात्री हट गए। कुछ यात्री दूसरी कोचों में चले गए।
इसके बाद कोच कंडक्टर ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी रेलवे कंट्रोल रूम को दी। ट्रेन शाम 5.45 बजे कानपुर सेंट्रल पहुंची तो पहले से मौजूद सीएमओ की टीम ने उन्हें उतार लिया। प्लेटफॉर्म पर ही थर्मल स्कैनर से जांच हुई। जांच में कोरोना के लक्षण नजर नहीं आए। फिर भी यात्रियों ने उन्हें ट्रेन के कोच में नहीं बैठने दिया। अब स्टेशन प्रबंधन उन्हें दूसरी ट्रेन से गया भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं।
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