Lakhimpur Kheri Police :मुकदमा लिखाने के लिये पुलिस को देने के नाम पर दो कथित पत्रकारों ने ग्रामीण से की ठगी
HTN Live
देवेन्द्र कुमार रिपोर्ट लखीमपुर खीरी
कोतवाली भीरा के क्षेत्र ग्राम चंदपुरा में दो कथित पत्रकारों द्वारा दस हजार रुपये का ठेका लेकर मुकदमा लिखाने के नाम पर एक ग्रामीण रामसागर से ठगी की गयी। यह ठगी कोई पत्रकारो ने अपनी काबिलियत के नाम से नही की बल्कि पुलिस को रिश्वत देने के नाम से की। पीड़ित रामसागर ने बताया कि पहले पुलिस से मुझे पकड़वा दिया फिर कहा कि हमको पैसे दो हम दीवान और एस ओ साहब को पैसे देकर तुमको छुडवा दूँगा,और इस तरह 4000 रुपये ठग लिए ,जबकि सबसे तेजतर्रार व सम्मानित हेड कांस्टेबल समरजीत सिंह पर कथित पत्रकार ने रिश्वतखोरी का झूठा आरोप लगाया वहीं पत्रकार ने कई बार दीवान जी के सम्मान मिलने पर कसीदे काढ़े थे, और अपनी खबरों के माध्यम से जनता को दीवान जी की अच्छी छवि बताया था, मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र में दो यूट्यूब के कथित पत्रकार ने एक ग्रामीण के वीडियो बनाकर अपने चैनल में खबर चलाई जबकि किसी के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं थे, उसके बावजूद भी दीवान जी ने पहली बार माफी मांगने पर क्षमा कर दिया था ,क्योंकि दीवान जी अच्छे व्यक्तितत्व के है, सभी क्षेत्रवासी भली-भांति जानते हैं।
सवाल ये उठता है कि कई समाचार पत्रों ने अपनी खबरों में दीवान को हीरो बनाया था अब विलन क्यों बना रहे हैं, वही दीवान समरजीत सिंह से जब फोन पर जानकारी ली गई तब बताया कि यह कथित पत्रकार एक मामले में उनसे रिश्वत लेकर काम करवाने की कोशिश की थी, तब दीवान जी ने उसे डांट फटकार कर पत्रकार के खिलाफ रिश्वत देने का मुकदमा करने की बात की थी, बस उसी से खुन्नस खाए कथित पत्रकार ने एक ग्रामीण को आगे करके वीडियो बनाकर हेड कांस्टेबल समरजीत को झूठे आरोप में बदनाम किया दीवान जी का यह भी आरोप है कि क्षेत्र में कई लोगों ने इस कथित पत्रकार के खिलाफ कई बार सूचना दी है कि यह सभी से पैसे लेकर खबर लगाता है और पुलिस विभाग में थोड़ी बहुत जान पहचान बढ़ाकर दलाली का धंधा कर रहा है, जबकि क्षेत्र में दीवान जी की ईमानदार छवि के बारे में सभी जानते हैं, उन्होंने इनका आफर ठुकरा करा दिया था तथा कई लोगों के सामने डांट भी लगाई थी, इस कथित पत्रकार ने कई बार पुलिस विभाग का नाम लेकर भी लोगों से पैसे ठगे हैं,ऐसे ही जानकारी है अब दीवान जी ने खुद थानाध्यक्ष से मामले की छानबीन करा कर उचित कार्रवाई कराने की बात की है, उन्होंने कहा कि यदि यह आरोप साक्ष्य सहित उपलब्ध कराए जाए तो जो सजा कानूनी रूप से मान्य होगी उसका मैं पालन करूंगा, लेकिन यदि यह खबर झूठी निकली तो उस पत्रकार पर कठोर कार्यवाही भी करने की मांग की ,और इस आरोप को पूर्णतया निराधार बताया।
वहीं यह कथित पत्रकार एक और मामले में बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं, जिससे शिकायतकर्ता रमेंद्र कुमार ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उक्त छोटेलाल व कैलाश निवासी दरियाबाद थाना भीरा ने उससे ₹10200 लेकर कार्यवाही रुकवाने का वादा किया था तथा बताया था कि पुलिस को देना पड़ेगा जब कारवाही पूर्व की भांति चलती रही तब रामेंद्र ने थाने से पता किया तब उसे एहसास हुआ कि उसको ठगा गया है रामेंद्र के नेतृत्व में इन कथित पत्रकारों के खिलाफ पुलिस विभाग का नाम लेकर पैसे ठगने की तहरीर थाने में देखकर कठोर कार्यवाही की मांग की थी। हेड कांस्टेबल समरजीत सिंह ने बताया कि जब इन कथित पत्रकारों के नाम से प्रार्थना पत्र आ गया उसके बाद अपने बचाव के लिए कई अफवाहे उड़ाने में लग गए ताकि मुझे दबाव में लेकर उनका केस दबाया जा सके, और बताया कि इन कथित पत्रकारों पर कई और भी प्रार्थना पत्र आ रहे है। जिनको देखते हुए उचित कार्यवाही की जाएगी। अब देखना ये है पत्रकारिता के नाम पर ठगी करने वाले चौथे स्तंभ को अपमानित करने वाले इन कथित पत्रकारों पर पुलिस द्वारा क्या कार्यवाही की जाएगी।
पीडित का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
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