समेकित बाल संरक्षण योजना की बैठक में डीएम ने दी चेतावनी, कार्य न करने वाले कर्मियों के खिलाफ होगी कार्यवाही
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गोंडा।
किशोर बन्दी गृहों में बन्द किशोर बन्दियों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रतिमाह कराया जाय। महिला हेल्प लाइन 181 को और अधिक प्रभावी करने के साथ ही हेल्प लाइन 1098 का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय। किशोर न्याय बोर्डों में लम्बित आरोप पत्रों को जल्द से जल्द निस्तारित कराया जाय। यह निर्देश डीएम डाॅ0 नितिन बंसल ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समेकित बाल संरक्षण योजना की बैठक में दिए हैं।
डीएम ने समेकित बाल संरक्षण योजना की बैठक में बाल संरक्षण अधिकारियों द्वारा संतोषजनक कार्य न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि ऐसे सभी संवदिा कर्मियों का नवीनीकरण उनके कार्य मूल्यांकन के बाद ही कराएं तथा उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों का सत्यापन करा लें। समीक्षा में ज्ञात हुआ कि बाल संरक्षण गृह/कारागार में बन्द 53 बाल कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रति माी नहीं कराया जा रहा है। उन्होने निर्देश दिए कि सीएमओ डाक्टरों की टीम बनाकर ऐसे सभी बाल कैदियों का स्वास्थ परीक्षण कराएं। उन्होने स्पष्ट बताया कि इस योजना से बच्चों के लिए एक संरक्षणकारी वातावरण तैयार करना है जो न केवल गलीकूचों और कामकाजी बच्चों के लिए योजना, किशोर न्याय का प्रशासन ,आदि जैसी, मौजूदा सभी बाल संरक्षण योजनाओं को एक छत्र के अंतर्गत लाती है। इस योजना का उद्देश्य बच्चों को कार्यक्षम और प्रभावकारी रूप से संरक्षण प्रदान करने वाली व्यवस्था के निर्माण के सरकार ध्राज्य के दायित्व को पूरा करने में योगदान करना है। इसके अलावा यह बाल अधिकारों की रक्षा और बच्चे के सर्वोत्ताम हितों के लिए कारगार योजना है। परन्तु इसमें लापरवाही के कारण आपेक्षित परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। 181 की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि गोण्डा में महिला हेल्प लाइन 181 के माध्यम से अब तक लगभग 450 मामलों को निपटाया गया है। बैठक में डीएम ने बाल श्रम उन्मूलन, राजकीय सम्प्रेक्षण गृहों में किशोरों की सुरक्षा, दत्तक ग्रहण अभिकरण में संरक्षित बच्चों के दत्तक ग्रहण की कार्यवाही, ग्राम व ब्लाक स्तर पर गठित बाल संरक्षण समितियों के संचालन और प्रगति, किशोर पुलिस इकाई की भूमिका आदि के बारे में विस्तार से समीक्षा की।
इस दौरान एसीजेएम गोण्डा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार, सीएमओ डा0 संतोष श्रीवास्तव, एएसपी महेन्द्र कुमार, एसडीएम करनैलगंज आरके वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
गोंडा।
किशोर बन्दी गृहों में बन्द किशोर बन्दियों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रतिमाह कराया जाय। महिला हेल्प लाइन 181 को और अधिक प्रभावी करने के साथ ही हेल्प लाइन 1098 का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाय। किशोर न्याय बोर्डों में लम्बित आरोप पत्रों को जल्द से जल्द निस्तारित कराया जाय। यह निर्देश डीएम डाॅ0 नितिन बंसल ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समेकित बाल संरक्षण योजना की बैठक में दिए हैं।
डीएम ने समेकित बाल संरक्षण योजना की बैठक में बाल संरक्षण अधिकारियों द्वारा संतोषजनक कार्य न करने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि ऐसे सभी संवदिा कर्मियों का नवीनीकरण उनके कार्य मूल्यांकन के बाद ही कराएं तथा उनके द्वारा अब तक किए गए कार्यों का सत्यापन करा लें। समीक्षा में ज्ञात हुआ कि बाल संरक्षण गृह/कारागार में बन्द 53 बाल कैदियों का स्वास्थ्य परीक्षण प्रति माी नहीं कराया जा रहा है। उन्होने निर्देश दिए कि सीएमओ डाक्टरों की टीम बनाकर ऐसे सभी बाल कैदियों का स्वास्थ परीक्षण कराएं। उन्होने स्पष्ट बताया कि इस योजना से बच्चों के लिए एक संरक्षणकारी वातावरण तैयार करना है जो न केवल गलीकूचों और कामकाजी बच्चों के लिए योजना, किशोर न्याय का प्रशासन ,आदि जैसी, मौजूदा सभी बाल संरक्षण योजनाओं को एक छत्र के अंतर्गत लाती है। इस योजना का उद्देश्य बच्चों को कार्यक्षम और प्रभावकारी रूप से संरक्षण प्रदान करने वाली व्यवस्था के निर्माण के सरकार ध्राज्य के दायित्व को पूरा करने में योगदान करना है। इसके अलावा यह बाल अधिकारों की रक्षा और बच्चे के सर्वोत्ताम हितों के लिए कारगार योजना है। परन्तु इसमें लापरवाही के कारण आपेक्षित परिणाम नहीं मिल पा रहे हैं। 181 की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि गोण्डा में महिला हेल्प लाइन 181 के माध्यम से अब तक लगभग 450 मामलों को निपटाया गया है। बैठक में डीएम ने बाल श्रम उन्मूलन, राजकीय सम्प्रेक्षण गृहों में किशोरों की सुरक्षा, दत्तक ग्रहण अभिकरण में संरक्षित बच्चों के दत्तक ग्रहण की कार्यवाही, ग्राम व ब्लाक स्तर पर गठित बाल संरक्षण समितियों के संचालन और प्रगति, किशोर पुलिस इकाई की भूमिका आदि के बारे में विस्तार से समीक्षा की।
इस दौरान एसीजेएम गोण्डा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार, सीएमओ डा0 संतोष श्रीवास्तव, एएसपी महेन्द्र कुमार, एसडीएम करनैलगंज आरके वर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक अनूप श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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