मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को हर समय संतुलित रखने की आवश्यकता है -----कैप्टन किरन डंगवाल
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अजीत सिंह ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश
आज दिनाक 13 जुलाई2022 को लखनऊ विश्वविद्यालय
में मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि बिषय पर कार्यक्रम आयोजित हुआ।शिक्षा के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के परिवर्तन के आगमन के साथ युवाओं और शिक्षाविदों दोनों की मानसिकता में एक उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा उत्पन्न हुई है। समाज और राष्ट्र तेजी से बढ़ रहा है। लोगों के बीच इन सभी उन्नति, विकास और चुनौतियों का मनोवैज्ञानिक प्रभाव हमेशा बना रहता है।
मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को हर समय संतुलित रखने की आवश्यकता है। यहां मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा एक व्यक्ति द्वारा दैनिक आधार पर सामना की जाने वाली विभिन्न परिस्थितियों और स्थितियों के कारण मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों का मुकाबला करने के लिए एक उत्कृष्ट उपकरण हो सकती है। यह सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण हो सकता है कि महिलाएं कठिन अनुभवों का सामना करने और धैर्य और लचीलापन बनाने में सक्षम हों।
Guru prunima ke subh awasar par लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के आशीर्वाद से और कर्नल सुमित पुरी (कमांडिंग ऑफिसर, 63 यूपी बीएन), कर्नल पीपी किशोर (प्रशासन अधिकारी 63 यूपी बीएन) के मार्गदर्शन में, 63 यूपी बीएन एनसीसी की गर्ल्स विंग द्वारा मनोविज्ञान विभाग और महिला अध्ययन संस्थान के सहयोग से, "मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा के माध्यम से मानसिक कल्याण को बढ़ाना" नामक एक कार्यक्रम दिनांक 13 जुलाई, 2022 को आयोजित किया गया ।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य और उद्देश्य यह सिखाना और सीखना था कि कैसे हम अपने मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करके अपनी विचार प्रक्रिया को बदल सकते हैं और संकट से शांति की ओर जा सकते हैं और जीवन और जीवन के प्रति एक बहुत ही स्वस्थ और सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रख सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन कैप्टन किरण लता डंगवाल (एसोसिएट एनसीसी अधिकारी, 63 यूपी बीएन) द्वारा किया गया था, जिसे कैडेट कार्यक्रम प्रभारी गौरी त्रिपाठी द्वारा जारी रखा गया ।
इस आयोजन की पहल मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख एवं महिला अध्ययन संस्थान की समन्वयक डॉ. अर्चना शुक्ला ने की है। डॉ. अर्चना शुक्ला एक उच्च अनुभवी मनोवैज्ञानिक हैं जो युवाओं के मन को समझती हैं। उन्होंने बहुत ही सरल तरीके से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन की सहायता से विषय और विधियों को प्रस्तुत और समझाया है। उन्होंने प्रेरक भाषण देकर सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
डॉ. मानिनी श्रीवास्तव और डॉ. मेघना सिंह ने गतिविधि के माध्यम से मनोवैज्ञानिक प्राथमिक उपचार के विषय में विस्तार से बताया, जिसे सभी प्रतिभागियों ने पसंद किया और सराहा। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए।
तनावपूर्ण माहौल के वर्तमान परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए इस तरह के सत्रों को नियमित रूप से समाज के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक कल्याण के लिए और स्वस्थ जीवन शैली जीने के लिए आयोजित करने की समय समय पर आवश्यकता है।
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