Breaking News

लखनऊ वैश्विक स्तर पर पहचान व प्रोत्साहन के लिए क्रियेटिव सूची में सम्मिलित किये जाने की आवश्यकता है : महापौर

HTN Live


लखनऊ को यूनेस्को की क्रियेटिव सूची नेटवर्क में सम्मिलित कराने के लिए चल रही कवायद में मंगलवार को विभिन्न विभागों, प्रतिष्ठित संस्थाओं और लखनवी संस्कृति से जुड़ी विशिष्ट विभूतियों ने साझा विमर्श किया। नगर निगम एवं उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी, संस्कृति विभाग, उ0प्र0 के संयुक्त तत्त्वावधान में हुई बैठक की अध्यक्षता महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने की।
नगर निगम के राजकुमार श्रीवास्तव सभा कक्ष में आयोजित बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री जितेन्द्र कुमार ने यूनेस्को की क्रियेटिव सूची योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष यूनेस्को द्वारा भारत के दो शहरों का चयन ‘क्रियेटिव सिटी लिस्ट’ में किया जाना है जिसमें लखनऊ ने संगीत विधा को केन्द्र मानकर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। हमें अपना विस्तृत प्रस्ताव भेजना है जिसमें लखनऊ की विभिन्न विशिष्टताओं का समावेश होगा। उन्होंने कहा कि यूनेस्को क्रियेटिव सिटी नेटवर्क प्रोजेक्ट का केन्द्रीकृत कार्यालय उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी है। अमित दीक्षित ने कहा कलाकार अपने विचार, रचनात्मक सुझाव, चित्र व वीडियो क्लिप आदि उ.प्र. संगीत नाटक अकादमी के ई-मेल  upsna.lko@gmail.com पर भेज सकते हैं।

फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली ने कहा कि तहजीब व तमीज के शहर में क्रियेटिव लोग परेशान रहें, यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यूनेस्को की सूची में शामिल होने से लखनऊ को राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान व प्रतिष्ठा प्राप्त होगी।


पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने लखनऊ की संस्कृति को बेजोड़ बताया। उन्होंने क्रियेटिव सूची में सम्मिलित किये जाने सम्बन्धी प्रस्ताव को प्रभावशाली बनाने की अपील की।

*महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि  दुनिया में लखनऊ अपने आप में अलग और निराला है, लखनऊ की कला व संस्कृति पूरी दुनिया में प्रसिद्ध रही है। लखनऊ का इतिहास बड़ा ही वैभवशाली रहा है और कला किसी भी विरासत में जान फूंकने का काम करता है।*
*महापौर ने आगे कहा कि लखनऊ ने हमे जो नाम और शोहरत दी है तो हमारी भी यह जिम्मेदारी है कि हम  लखनऊ को सुंदर, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाये। बाहर से लोग तभी आएंगे और हमारी संस्कृति विरासत कि ख्याति से रूबरू हो सकेंगे। आइये हम सब मिलकर गंदगी ना फैलाने की शपथ लें, साथ ही अपने लखनऊ को हम किसी और को भी गंदा नहीं करने देंगे ऐसा संकल्प लेकर यहाँ से जाये ऐसी मेरी इक्षा है, मुझे आप सबका साथ चाहिये। महापौर ने आगे कहा कि लखनऊ वैश्विक स्तर पर पहचान व प्रोत्साहन के लिए क्रियेटिव सूची में सम्मिलित किये जाने की आवश्यकता है*


उ.प्र.संगीत नाटक अकादमी की सचिव डा. रुबीना बेग ने योजना से जुड़ी तकनीकि बातें बतायीं तथा सभी आगन्तुकों का आभार प्रकट किया।

बैठक में लखनऊ विश्वविद्यालय, डा. भीमराव अमबेडकर विश्वविद्यालय, एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, आईआईएम, कला एवं शिल्प महाविद्यालय, आकाशवाणी, दूरदर्शन का प्रतिनिधित्व तो रहा ही पूर्व महापौर डा. दाऊजी गुप्ता, एसएनए अध्यक्ष डा. पूर्णिमा पाण्डेय, सीएमएस संस्थापक जगदीश गांधी, अमित दीक्षित, प्रो. कमला श्रीवास्तव, डा. योगेश प्रवीन, डा. विद्या विन्दु सिंह, केवल कुमार, रामेश्वर प्रसाद मिश्रा, कुमकुम धर, पं. राजखुशी राम, उस्ताद गुलशन भारती, सुधा द्विवेदी, सुरेश कुमार, उमा त्रिगुणायत, शालिनी कपूर, कनकरेखा चौहान, दीपक कबीर, रुमा बनर्जी, तारिक खान के साथ ही लखनऊ की प्रमुख सांस्कृतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

इस अवसर पर महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया संग नगर आयुक्त डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी, अपर नगर आयुक्त अमित कुमार, विशेष सचिव पर्यटन शिवपाल सिंह, उपसचिव सूचना बृजेन्द्र कुमार सिंह, संयुक्त निदेशक संस्कृति अजय अग्रवाल, निदेशक बीएनए रमेशचन्द्र गुप्ता, एसएनए प्रोड्यूसर तरुण राज आदि सम्मिलित रहे।

No comments