Breaking News

शिया कालेज 63 बटालियन एनसीसी व एन यस यस कैडेटों ने अंतरराष्ट्रीय कार्यवाही दिवस मनाया

                          HTN Live
आज दिनांक 14/3/2023 को शिया महाविद्यालय के 63 बटालियन के एनसीसी कैडेटों व एन यस यस के सयुंक्त तत्वावधान में आज नदियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्यवाही दिवस के अवसर पर माँ अदिगांगा गोमती नदी की सफाई किया जिसमें नगर निगम ने सहयोग किया प्रत्येक वर्ष 14 मार्च को मनाया जाने वाला एक वैश्विक कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य नदियों के महत्व और उन्हें विभिन्न खतरों से बचाने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है
इस अवसर पर 63 बटालियन के सी ओ कर्नल हर्ष कुमार झा  आपने संदेश में कहा कि  नदियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्य दिवस हर साल 14 मार्च को मनाया जाता है। यह एक ऐसा दिन है जो नदियों की रक्षा, जश्न मनाने और उनके महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए समर्पित है
इस वर्ष हम पूरी दुनिया में नदियों के अंतर्राष्ट्रीय कार्य दिवस 2023 की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। नदियों के लिए अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई दिवस 2023 एक ऐसा दिन है जो एकजुटता को समर्पित है जब दुनिया भर के विविध समुदाय एक स्वर से यह कहने के लिए एकजुट होते हैं कि नदियां मायने रखती हैं।
इस मौके शिया कालेज एनसीसी के केयर टेकर अजीत सिंह ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत की नदियां कोई अपवाद नहीं है । ये उत्तरी मैदानों को उपजाऊ बनाती हैं। ये सिंचाई के लिए जल जुटाती है तथा पेयजल की आपूर्ति करती है।
अपनी नदियों की रक्षा और पुनर्स्थापन करके, हम जैव विविधता वक्र को झुकाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। WWF के अनुसार, नदियाँ और जल और पोषक तत्व वे जंगलों, आर्द्रभूमि और अन्य स्थलीय आवासों को ले जाते हैं, और 100,000 से अधिक मीठे पानी की प्रजातियों का घर हैं
नदियाँ खेती के लिए लाभदायक उपजाऊ जलोढ़ मिट्टी का उत्तम स्त्रोत होती हैं। नदियां न केवल जल प्रदान करती है बल्कि घरेलू एवं उद्योगिक गंदे व अवशिष्ट पानी को अपने साथ बहकर ले भी जाती है। बड़ी नदियों का उपयोग जल परिवहन के रूप मे भी किया जा रहा है। नदियों में मत्स्य पालन से मछली के रूप मे खाद्य पदार्थ भी प्राप्त होते हैं
देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। भारत की नदियां कोई अपवाद नहीं है । ये उत्तरी मैदानों को उपजाऊ बनाती हैं। ये सिंचाई के लिए जल जुटाती है तथा पेयजल की आपूर्ति करती है।
पानी एक प्राकृतिक संसाधन होने के नाते मानव जाति और अन्य जलीय पौधों और जानवरों के अस्तित्व के लिए आवश्यक है। सिंचाई उद्देश्यों, नेविगेशन और जल विद्युत उत्पादन के लिए इसे महत्वपूर्ण माना जाता है। पर्यटन और मनोरंजन झीलों और नदियों के आर्थिक लाभ में मौलिक भूमिका निभाते हैं। 
इस अवसर पर सी एस एम सौरभ कुमार प्रजापति, सी पी एल मोहम्मद फैज, सी पी एल अभय राज कैडेट ऋषभ पांडेय, कैडेट शनि यादव, सुयश मिश्रा सिनीयर लीडर ओम् जी त्रिपाठी, सिनीयर लीडर अमित गिरी, अनुराग वर्मा, शीवांग, अमन कसौधन, राज अवस्थी, हुस्ना वरसीयाँ, प्राची कनौजिया, सिमरन कुमारी, आंचल पान्डेय, सहर अलाम, आदि मौजूद रहे।

No comments