नाट्य महोत्सव के पहले दिन नाटक गोरखधंधा हुआ मंचित
लखनऊ (सं)। लखनऊ महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले नाट्य समारोह का आगाज रविवार से हो गया। राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में होने वाले नाट्य महोत्सव के पहले दिन नाटक गोरखधंधा का मंचन किया गया। दिल्ली की संस्था रंगमण्डप संस्था की ओर से मंचित हास्य नाटक में चालाक लोगों से होशियार रहने की हिदायत दी गयी।
कुछ लोगों के लिए पैसा ही धर्र्म होता है और पैसा ही कर्म होता है। जिसके साथ ऐसा होता है वो सभी सम्बंधो से दूर होता है। नाटक का मुख्य पात्र भी ऐसा ही है। जो लोगों से पैसा ऐंठता है और वो ऐसा करते समय सारे रास्तों को अपनाता है और दूसरों को दिखाता है कि वो दूसरों की मदद और भलाई कर रहा है। लेकिन वो भलाई के नाम पर सिर्फ अपना भला करता था। बेईमानी करते करते वो इतने झूठ बोलता था कि वहीं झूठ उसके गले की हड्डी बन गयी थी। नाटक के जरिये लोगों को हंसाकर बताया गया कि ऐसा करने वालों से सावधान हे और सतर्क रहें। जेपी सिंह के निर्देशन में जयवर्धन की लिखी हास्य कहानी में मंच पर राघवेन्द्र तिवारी, सुशील, गुंजन बजाज, गौरव और अरुण सोदे ने अभिनय किया।
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