प्लाट में निवेश के नाम पर अधिवक्ता से ठगी
प्लाट में निवेश के नाम पर अधिवक्ता से ठगी
राज्यपाल, पूर्व सीएम व अन्य को बताया गया शेयर होल्डर
ठगी का पता चलने पर कुछ रुपये ही वापस मिले
पीडि़त ने चिनहट कोतवाली में दर्ज करायी एफआईआर
लखनऊ , 24 नवम्बर।
राज्यपाल राम नाईक, पूर्व सीएम अखिलेश यादव को अपने रियल स्टेट कम्पनी का शेयर होल्डर बताकर कम्पनी के प्रबंधक ने एक व्यक्ति के पांच लाख रुपये प्लाट में निवेश कराये। निवेशक को कुछ लोगों से पता चला कि उक्त कम्पनी सही नहीं है तो उसने कम्पनी के प्रबंधक से अपने रुपये की मांग की। इस पर कम्पनी के प्रबंधक ने उसको इधर-उधर की बाते बताकर टरका दिया। पीडि़त को किसी तरह कुछ रुपये ही वापस मिले, जबकि बाकी रुपये उसको नहीं मिले। अब इस मामले में पीडि़त निवेशक ने चिनहट कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है।
अमेठी जनपद निवासी प्रभात पाण्डेय हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं। वह चिनहट के कमता इलाके में रहते हैं। बताया जाता है कि कुछ समय पहले प्रभात के पास एम्पल इंफ्राबिल्ड इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड नाम की कम्पनी से एक फोन आया। कम्पनी के लोगों ने प्रभात पाण्डेय से उनकी कम्पनी में निवेश की बात कही। प्रभात का कहना है कि वह कम्पनी के दफ्तर पहुंचे तो कम्पनी के प्रबंधक ने जानकारी दी कि उनकी कम्पनी काफी प्रतिष्ठिïत है। उनकी कम्पनी में राज्यपाल राम नाईक, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पीएल पुलिया जैसे तमाम बड़ी हस्तियां शेयर होल्डर हैं। कम्पनी के मालिक ने प्रभात को इन हस्तियों संग अपनी फोटोग्राफ भी दिखायी। कम्पनी के मालिक की बातों में आकर प्रभात पाण्डेय 5 लाख रुपये दो प्लाट पर निवेश किया। इसके बदल में उनको एग्रीमेंट लेटर भी दिया गया। कुछ समय के बाद प्रभात पाण्डेय को कहीं से इस बात का पता चला कि कम्पनी निवेश के नाम पर लोगों से ठगी करती है। इस पर उन्होंने कम्पनी के मालिक से अपने रुपये वापस मांगे। इस पर किसी तरह उनको कुछ रुपये तो वापस मिले, जबकि बाकी रुपये उनको नहीं मिले। इस बीच कम्पनी का दफ्तर कई जगह खुला और बंद हुआ। प्रभात पाण्डेय का कहना है कि इसके बाद उन्होंने कम्पनी मालिक से सम्पर्क करने की कोशिश भी की पर सम्पर्क नहीं हो सक। थक हार कर अब उन्होंने इस संबंध में चिनहट कोतवाली में निदेशक के खिलाफ चिनहट कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है।
No comments