शिया कालेज राष्ट्रीय सेवा योजना बिशेष शिविर में सर्वाइकल कैंसर और पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाया गया
HTN Live
इस कदर है तंग यारों देश की तन्हाईयां ।
इस तरह भी खायीं है उसे तरफ भी खाईयां।।
संघर्ष तो करना ही पड़ेगा बिल्कुल कठिन परिश्रम को स्वीकार करना पड़ेगा
आज दिनांक 6/2/2025को शिया महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के चौथे दिन हमराह एक्स एनसीसी कैडेट सेवा संस्थान के प्रांगण एवं ब्रह्मदेव दुर्गा मंदिर गायत्री नगर में चल रहे विशेष शिविर में सर्वाइकल कैंसर तथा पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाया गया जिस पर प्रथम चरण में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे पर्यावरण संरक्षण की महत्ता को कार्यक्रम अधिकारी डॉ वहीद आलम ने स्वयं सेवकों को बताया की पेड़ लगाओ जान बचाओ करोड़ों कल में ऑक्सीजन की कमी ने हमें बताया कि अगर पेड़ नहीं होंगे वृक्ष नहीं होंगे ऑक्सीजन की कमी होगा अगर ऑक्सीजन की कमी होगी तो जीवन को बचाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन होगा इसलिए हम सभी को अपने जीवन कम से कम पांच पेड़ों को लगाना ही चाहिए एक पेड़ एक पुत्र के बराबर होता है वह आपसे कुछ लेता नहीं है बल्कि आपके जीवन देता है ।
सर्वाइकल कैंसर के बारे में लक्षण और बचाव तथा टीके के बारे में श्री अजीत सिंह एनएसएस सहायक ने स्वयंसेवकों को अवगत कराया।
संगोष्ठी के बाद द्वितीय चरण में जागरूकता रैली निकाली गई रैली में शामिल एनएसएस स्वयंसेवकों ने आसपास के लोगों को डोर टू डोर जा कर पेड़ को लगाने के लिए तथा सर्वाइकल कैंसर जैसी बीमारी को दूर करने के लिए टीके के बारे में महिलाओं को जागरूक किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी डा० सुधाकर प्रकाश आज कहा कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों का हम डटकर मुकाबला भी कर सकेंगे तमाम ऐस विचार तमाम ऐसी बातें तमाम ऐसी योजनाएं जो हमारे मन मस्तिष्क में आनी चाहिए लोगों की बातों को सुन सकते हैं और उनसे सीख लेकर के आगे बढ़ने का काम कर सकते हैं और जिंदगी एक बात करें जीवन क्या है आने वाले चुनौतियों का मुकाबला करें और जितने भी अवसर हैं उनका डटकर लाभ उठाना चाहिए ।इस कदर है तंग यारों देश की तन्हाईयां ।
इस तरह भी खायीं है उसे तरफ भी खाईयां।।
संघर्ष तो करना ही पड़ेगा बिल्कुल कठिन परिश्रम को स्वीकार करना पड़ेगा
विशाल विचार के साथ इस प्रकार के लक्ष्य का सीमांकन करना होगा किया इसलिए हमको हम सभी को एक लक्ष्य पर जीवन जीना पड़ेगा राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से हम लोगों के साथ रहकर के सहयोग की भावना से उनको जागरूक भी करेंगे और साथ-साथ अपने व्यक्तित्व पर्सनालिटी डेवलपमेंट हमारा होगा और समाज का फायदा होगाउक्त कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी *डॉ मसीम मुबारक, डॉ नगीना बनो* एवं 200 से एनएसएस के स्वयंसेवक शामिल रहे।
No comments