Breaking News

शिया महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर में चली झाड़ू

                     HTN Live

आज दिनांक 7 फरवरी 2024 राष्ट्रीय सेवा योजना शिया पीजी  कॉलेज के विशेष शिविर (सात दिवसीय) (दिन/ रात्रि) का पांचवा दिन रहा। आज पांचवे दिन  प्रथम चरण में प्रातः 9:00 बजे से 11:00 बजे तक स्वच्छता ही सेवा है पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुधाकर वर्मा जी ने स्वच्छता को स्वस्थता एवं विद्वता से जोड़ते हुए अपने विचार प्रकट किए और कहा जाता एक स्वस्थ शरीर में ही निवास करती है और एक स्वस्थ शरीर स्वच्छता से बनता है स्वयंसेवकों को खुद ही स्वच्छता की महत्ता को समझना चाहिए और आम जनता को इसके लिए जागरूक भी करना चाहिए।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ वहीद आलम स्वयंसेवकों से कहा कि हम अपना तन और घर तो साफ कर लेते हैं लेकिन कचरा अपने घर के आसपास फेंक देते हैं इसलिए हमें टंकी से सच मान और सोच से भी स्वच्छ होना पड़ेगा जब सोच हमारी स्वच्छ होगी तब हम अपने घर को ही नहीं आसपास के एरिया को भी स्वच्छ रखेंगे और जब स्वच्छ रहेगा भारत तभी तो निरोग होगा भारत और इसे हर साल स्वच्छता की अभाव में होने वाली मृत्यु दर पर भी रोक लगेगी इसलिए हमें खुद भी स्वच्छ रहना चाहिए और दूसरों को भी स्वच्छ रहने के लिए प्रेरित करते रहना चाहिए।
दूसरे चरण में स्वच्छता को लेकर जागरूकता रैली निकल गई इसमें स्वयंसेवकों ने मोहल्ले की गलियों को झाडू लगा कर साफ किया और कचरे  उठाकर कचरे वाली गाड़ी में डाल दिया  और डोर टू डोर जाकर लोगों को भी जागरूक किया। 
लंच के बाद स्वयंसेवकों के लिए पर्सनैलिटी डेवलपमेंट पर एक कार्यक्रम किया गया जिस पर पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के एक्सपर्ट मयंक मिश्रा ने स्वयंसेवकों को पर्सनैलिटी डेवलपमेंट के गुर सिखाए।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुधाकर वर्मा जी ने
एक समूह में एकत्रित होकर के यहां पर कार्यक्रम अधिकारियों के समक्ष हम लोग यहां पर आज हम शपथ लेंगे लोगों को संदेश देंगे कि हम यह सच होंगे और   पर्यावरण रूप से विश्वास होंगे और तब जाकर के वास्तव में हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे इसलिए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वच्छता और स्वच्छता दोनों चीज हमको दृष्टिगत रखते हुए काम करना है स्वयं सेवक का रूप केवल योजना चाहिए संस्था के माध्यम से एक लिमिटेशन के लिए नहीं एक सीमित समय सीमा के लिए नहीं होती है यह जीवन होनी चाहिए इसलिए हम सबको आजीवन सेवा करनी है लोगों के प्रति स्नेह पैदा करना है लोगों को एक दूसरे को जागरूक करना है और जागरूकता माध्यम के जागरूकता के माध्यम से पूरे समाज को जागरूक करके एक नए भारत का निर्माण करना है फर्जी जो बातें लोग करते हैं तमाम राजनीतिक नेता लोग एक नया भारत बनाते हैं लेकिन हम एक ऐसा भारत का निर्माण करना चाहते हैं जहां पर विधाता हो और विधाता कब होगी जब स्वच्छता होगी और स्वच्छता होगी तो स्वच्छ शुद्ध और विद्यवता तीन चीज हमको लेकर के आगे बढ़ना होगा तभी हमारी यह जो पूरी की पूरी राष्ट्रीय सेवा योजना  तभी कारगर होगी 
 हम हमारे स्वयंसेवकों को मिलता रहता है अच्छे से हम लोग कैंप कर रहे हैं आज 5 दिन हमारे पूरे हो जाएंगे 2 दिन से बचेंगे ।
लोग जैसे भी 7 दिन में से 5 दिन कंप्लीट कर लिया कल छठा दिन होगा और सातवां दिन हो जाएगा पूरा हम एक रूपरेखा तैयार करके एक रिपोर्टिंग भी करेंगे उनके समक्ष एक टाइम की बांध की भी प्रस्तुत करने का काम करेंगे मैं यह कहना चाहूंगा कि आप एक एक रिपोर्टिंग बनाया आज 5 दिन हो जाएंगे कल छठा दिन हो जाएगा और उसे रिपोर्ट को उसे आख्या को अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत की जाए तब हम पूर्ण मानेंगे तो इसलिए हर एक सिविल का यह रूल रहा है
कि जो हम कार्य करते हैं उसका एक रेखाचित्र अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत करते हैं कोऑर्डिनेटर आते हैंतो उनके समक्षपढ़ने वाले लोग हैं पठान पठान पर विश्वास करते हैं कम पर विश्वास करते हैं तो हम बढ़ेंगे पढ़ेंगे और लोगों को पढ़ने और बढ़ाने का संकल्प लेंगे और पढ़ना बढ़ाने में पूरे समाज को हम एक नई दिशा दिखाने में अपना भरपूर सहयोग करेंगे यही हमारी शुद्ध मन से कल्पना होगी
परिकल्पना होगी और इन्हीं शब्दों के साथ में सभी को शुभकामनाएं देता हूं कि जितने जो ढाई दिन आज के बाद बचे हैं वह बड़े अच्छे से निपटना हम लोग प्रमाण पत्र भी पाए और जीवन सेवा भाव से जीने का भी कम करें लोगों का सहयोग करें यही सभी कामनाएं देते हुए
एक प्रवृत्ति होती है और उसके अलावा हर एक स्वयंसेवक जहां पर जाता है एक अपनी इच्छा छोड़ता है जिस एरिया में जाएगा जिस क्षेत्र में कैंप लगाएगा जहां पर एक दूसरे सिविल का आयोजन करेगा वहां पर कुछ ना कुछ अपनी इच्छा पूर्ण करके आएगा ।
राष्ट्रीय सेवा योजना शिया महाविद्यालय के पुर्व कार्यक्रम अधिकारी डा० सरवर तकी ने कहा कि  राष्ट्रीय सेवा योजना सदैव  स्वयं सेवकों से  ब्लूप्रिंट मांगती और स्वयं सेवक जहां कैम्प करता है वहां वह छाप छोड़कर आता है समझ में उसे छाप का क्या असर है समाज पर इसका मूल्यांकन करने का प्रयास समाज सामाजिक सेवा के माध्यम से राष्ट्रीय योजना करने का पूरा प्रयास करती कि हमारे स्वयंसेवक यदि क्षेत्र में आए हैं तो इसकी क्या छाप छोड़कर के गए हैं और हमारे इस क्षेत्र पर या इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर क्या असर पड़ा है यह बड़ा महत्वपूर्ण बिंदु है 
  
उक्त पूरे कार्यक्रम में प्रोफेसर जे पी सिंह,कार्यक्रम अधिकारी डॉ नगीना बनो , श्री अजीत सिंह एनएसएस सहायक एवं 200 से ज्यादा स्वयंसेवक शामिल रहे।

No comments