मौलाना कल्बे जव्वाद जब तक मांफी नहीं मांगने तक जारी रहेगा शिया कालेज में आन्दोलन ।
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मौलाना कल्बे ज़व्वाद के शिया महाविद्यालय विरोधी कृत्य के खिलाफ शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के बैनर तले धरना
पूरी दुनिया में फैले शिया कालेज के एलूमिनाई करेंगे ‘‘ऑनलाइन प्रोटेस्ट’’
शिया कालेज एलूमिनाई एसोसिएशन के साथ मिलकर महाविद्यालय परिसर में शीघ्र होगी ‘‘प्रोटेस्ट मीट’’
लखनऊ 06.02.2023। मौलाना कल्बे जव्वाद द्वारा किए गये शिया महाविद्यालय विरोधी कृत्य के खिलाफ़, शिया कालेज टीचर्स एसोसिएशन (शियाक्टा) ने डालीगंज स्थित शिया कालेज परिसर के मुख्य द्वार पर धरना दिया। इस धरने में भारी तादाद में शिक्षक अपना रोष व्यक्त करने के लिए एकत्र हुए। शिया पी0जी0 कालेज, लखनऊ के शिक्षकों के संगठन (शियाक्टा) तथा शिया कालेज शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के संयुक्त तत्वाधान में यह धरना आयोजित हुआ था।
धरने से यह आह्वान किया गया कि पूरी दुनिया में फैले शिया कालेज के पूर्व छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से जोड़कर एक ऑनलाइन प्रतिरोध किया जाएगा, उसके अलावा बहुत शीघ्र शिया पी0जी0 कालेज, लखनऊ के अन्दर शिया कालेज एलूमिनाई एसोसिएशन के साथ पूर्व छात्रों की एक प्रोटेस्ट मीट आयोजित की जाएगी।
आज के धरने में शिया कालेज से जुडे़ शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के अलावा मनीष हिंदवी, कार्यालय सचिव, फुफुक्टा; मनोज पाण्डेय अध्यक्ष लुआक्टा; श्रीमती अंशू केडिया, महामंत्री लुआक्टा; विद्यांत महाविद्यालय शिक्षक संघ के महामंत्री श्रवण गुप्ता; लुआक्टा उपाध्यक्ष त्रिमल सिंह, श्री जयनरायण मिश्र पी0जी0 कालेज शिक्षक संघ के महामंत्री, विक्रम सिंह, शिया कालेज छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री इरशाद अहमद आदि ने शिया कालेज आकर शिया कालेज के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। इस धरने की अध्यक्षता शियाक्टा अध्यक्ष डाॅ0 सरताज़ शब्बर रिज़वी तथा संचालन शियाक्टा महामंत्री डाॅ0 आग़ा परवेज मसीह ने किया।
इस सम्बंध में जानकारी देते हुए शियाक्टा महामंत्री डाॅ0 आग़ा परवेज मसीह ने बताया कि मौलाना कल्बे जव्वाद नक़वी द्वारा 16 अक्टूबर, 2022 को निदेशक, राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (नैक) को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया गया था कि शिया काॅलेज की प्रत्यायन प्रक्रिया रोक दी जाये और प्रमाण-पत्र प्रदान न किया जाये।
इतना ही नही उन्होंने यह भी अनुरोध किया था कि शिया महाविद्यालय को ब्लैक-लिस्ट किया जाये। डाॅ0 मसीह ने बताया कि इसका सबसे बुरा प्रभाव महाविद्यालय में कार्यरत 114 शिक्षक एवं 116 शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन पर पड़ता। उनका वेतन रूक जाता जिससे सैकड़ों परिवारों के ऊपर गम्भीर संकट आ जाता। इसलिए महाविद्यालय के शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी आक्रोशित थे। गत 4 फरवरी, 2022 को शिया कालेज टीचर्स एसोसिएशन की आम सभा हुई थी जिसमें मौलाना कल्बे जव्वाद के कृत्य की भत्र्सना की गई थी और इस धरने का आह्वान किया गया था।
धरने में मौजूद वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि मौलाना कल्बे ज़व्वाद का यह कृत्य शिया महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के साथ-साथ महाविद्यालय में पढ़ रहे हजारों विद्यार्थियों, पूर्व छात्रों तथा आने वाली पीढ़ी के खिलाफ साजिश है जिसकी जितनी भी निंदा की जाये वह कम है। मौलाना कल्बे जव्वाद ने यह पत्र लिखकर यह साबित कर दिया कि उनको शिया कालेज और शिया कौम से कोई मोहब्बत नही है, क्योंकि अगर मोहब्बत होती तो शिया कौम के सबसे बड़े इदारे को निशाना नही बनाते। वक्ताओं ने यह भी कहा कि मौलाना कल्बे जव्वाद का यह कृत्य शिया कालेज का निर्माण करने वाले पूर्वजों का भी अपमान है।
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