उड़ान नृत्य संस्था ने गांव गांव नृत्य श्रंखला का किया आयोजन
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सुभाष गिरी ब्यूरो प्रमुख सीतापुर
सिधौली सीतापुर प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद की कोतवाली सिधौली क्षेत्र के ऊंचाखेरा कला क्षेत्र में उड़ान नृत्य संस्था की ओर से हमारी लोक संस्कृत एवं लोक नृत्य को देश और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाने के उद्देश्य से गांव गांव जाकर लोक नृत्य की कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। उड़ान नृत्य संस्था की संस्थापक सरिता सिंह ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य विस्मृत होते जा रहे लोकगीतों व लोकनृत्यों की समृद्ध विरासत को , देश और प्रदेश के विभिन्न हिस्सों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है इसी श्रृंखला में, ग्राम , ऊंचा खेरऻमें कार्यशाला के अंतर्गत आज अवधि लोक गीतों पर लोकनृत्य की बारीकियाँ बताई गयी , जिसमें करीब 40 महिलाएँ और बच्चियां शामिल रहीं दर्दों से जिया व्याकुल जिया मोर हो, कोई दर्दो न जाने , दशरथ के जन्मे ललनवा चइत राम नवमी के दिनवा पिया मेहंदी लीया दें मोतीझील से, जाके साईकिल से आदि गीतों पर लोक नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसमें गांव की बालिकाओं सोनम सुषमा ,पूनम , रूबी ,प्रीति, मुस्कान, तान्या, विनीता अंकिता लकी नैंसी, महक, पलक, नेहा, टीना। के द्वारा बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया गया | सरिता सिंह ने बताया कि हमारी संस्था उड़ान , नहीं तो संस्था के द्वारा द्वितीय कार्यशाला यहाँ ऊँचा खेरा मे दी गयी जिसमें हमनें, अवधी लोकगीतों , लोकनृत्य की बारीकियां सिखाई गई
दशरथ के जन्में ललनवा
लाल खेले , ॴगनवा भीतर
जुग जुग जिये शु लल्लनवा
आदि सोहर गीतों पर , नव युवतियों ने एवं बच्चों ने खूब बढ़ चढ़ कर अपनी रुचि दिखाई। हमारा ये कार्यशाला आगे, भी जारी रहेगी। गांवों तथा शहरों को जोड़ने, का प्रयास करेंगे।
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