Breaking News

National News : कुख्यात अपराधी विकास दुबे के गनर बब्बन शुक्ला को भागने में मददगार रिश्तेदार पुलिस के शिकंजे में

HTN Live

अपराधियों से सांठगांठ की आशंका के चलते चौबेपुर थाने के सभी 68 पुलिस कर्मियों के साथ पूरा थाना लाइन हाजिर किया गया

Htnlive
कानपुर के थाना चौबेपुर अंतर्गत  बिकरु गांव मे घात लगा कर आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले विकास दुबे की खोज में लगी यूपी पुलिस को मंगलवार को एक बड़ी सफलता हाथ ली। मोस्ट वांडेट विकास दुबे के पड़ोसी और सबसे भरोसेमंद  निजी गनर बब्बन शुक्ला को लाइसेंसी बंदूक समेत भागने में मदद करने वाला बब्बन का रिश्तेदार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। सोमवार आधी रात पुलिस ने कानपुर गंगा कटरी में बसे  भाऊपुर गांव में छापेमारी कर बब्बन के एक रिश्तेदार को हिरासत में लेते हुए कानपुर ले आई है इस गिरफ्तारी के  बाद गंगा कटरी के  इलाके में  पुलिस की सरगर्मियां अचानक  तेज हो गई है।
वहीं अपराधियों से मिलीभगत की चर्चाओं को लेकर एस एसपी कानपुर द्वारा चौबेपुर थाने के सभी 68 पुलिस कर्मियों के साथ पूरे थाने को ही लाइन हाजिर कर दिये जाने की भी सूचना मिल रही है
बताया जा रहा है कि कल्यानपुर के भाऊपुर गांव में दो दिन पहले बिकरू गांव निवासी व मोस्ट वांटेड का गनर बब्बन शुक्ला रिश्तेदार के घर आया था। जिसकी सूचना पुलिस को हो गयी थी पर जब तक पुलिस उसे पकड़ने के लिए घेराबंदी करती इसके पहले बब्बन रिश्तेदार की मदद से सुरक्षित गंगा कटरी के रास्ते निकल गया।इसके बाद कानपुर पुलिस बब्बन के दो रिश्तेदारों को हिरासत में लेते हुए साथ ले गई थी। सूत्रों की माने तो हिरासत में लिए गए युवक ने कबूल किया कि उसके चाचा ने बब्बन शुक्ला को साथी संग सुरक्षित निकालने में मदद की है।
सूत्रों की मानें तो भले ही हिरासत में लिए गए बब्बन के रिश्तेदारों ने पुलिस से उसे सुरक्षित उन्नाव सीमा में पहुंचाने की बात स्वीकार की हो लेकिन पुलिस को इस बात की ही शंका हैं कि बब्बन शुक्ला अपने साथी के साथ फतेहपुर-उन्नाव की सीमा में ही कहीं छिपा है। भाऊपुर से निकलते ही शातिर का मोबाइल बंद है,लोकेशन ट्रेस नहीं होने पर पुलिस स्थानीय लोगों की मदद से उसकी तलाश कर रही है।
फिलहाल भाऊपुर के घने जंगल समेत कटरी के दर्जनो गांव पुलिस के राडार में है। गंगा कटरी के बोधीखेड़ा,करनपुर, बेनीखेड़ा,पुरानी कटरी और उन्नाव जिले के सेडवा,लाल खेड़ा,बसंत खेडा, जमारियापुरवा,भवनाखेड़ा,दुलीखेड़ा आदि गांवों पर  पुलिस की नजर है। कटरी की ओर आने जाने वाले लोगों पर भी निगाह रखी जा रही है। पुलिस की गाड़ियों  के  इलाके के लोग सहमे हुए हैं गनर  बब्बबन शुक्ला के भाऊपुर गांव निवासी रिश्तेदारों ने बताया कि वह काले रंग की बाइक से शाम छह बजे चौबेपुर थाने के भौसाना निवासी अपने साले के साथ वहां पहुंचा था। दरवाजे पर ही चारपाई डालकर बैठने को कहा तो इंकार करते हुए घर के अंदर आकर बैठ गया। नाश्ता पानी करने के साथ वह करीब डेढ़ घंटे तक वहां रूका, इस दौरान वह काफी परेशान दिख रहा था। इसके बाद फोन पर किसी से बात की और फिर तेजी से निकल गया।भाऊपुर गांव कटरी क्षेत्र  में कुछ इस तरह की भौगोलिक लोकेशन   पर बसा हुआ है जहां पर कोई भी आसानी से छिप सकता है। भाऊपुर गांव से लेकर गंगा कटरी तक में फैले लगभग पांच किलोमीटर में भयानक रेत के ऊंचे नीचे टीलों के जंगल में दिन में भी लोग घुसने से डरते हैं। पूरे कटरी क्षेत्र में टीले और खाई हैं जिससे किसी को भी कुछ दूरी के बाद देख पाना सम्भव नहीं है। भाउपुर गांव और जंगल के बाद कुछ ऐसे गांव भी हैं जो गंगा के उस पार जनपद उन्नाव के क्षेत्र में आते है। इन गांवों में कभी अचानक उन्नाव पुलिस को आने की आवश्यकता पड़ती है तो या तो वह कई किलोमीटर कानुपर से पहुंच पाती है या फिर बक्सर घाट से होकर आना पड़ता है। ऐसे में अपराधियों को उनके  मुखबिर तंत्र से सूचना मिल जाने पर अपराधी पुलिस के पहुंचने के पूर्व ही नौ-दो ग्यारह हो जाते हैं ऐसी स्थिति में भी इन गांवो में शरण लेना किसी अपराधी के लिये सुरक्षित पनाहगाह मानी जाती रही हैं।

No comments