रामनगर में विधायक द्वारा पारित एवं मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत सड़क निर्माण में हो रहे पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल
HTN Live
बीकापुर_अयोध्या
बीकापुर ब्लाक के अंतर्गत रामनगर ग्राम सभा के अयोध्या प्रयागराज नेशनल हाईवे से नुआवा बॉर्डर तक हो रहे पिच रोड में हो रहा है पुलिया का निर्माण, जिसमें लगाया जा रहा है घटिया मैटीरियल पीला एवं दो नंबर ईट, लगा रहे हैं बालू में सीमेंट न के बराबर मिलाकर लगाया जा रहा है। शासन के दिशा निर्देशों को ताक में रखकर ठेकेदार के द्वारा करा रहे निर्माण कार्य में लगातार अनियमिता।कार्य में पीला ईट व घटिया किस्म का रेते का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इतना घटिया मैटीरियल से निर्मित पुलिया कितने दिन चलेगा,जहां गुणवत्ताहीन पुलिया में निर्माण कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार साफ़ दिखाई दे रहा है।
जबकि ग्रामीणों का कहना की पुलिया निर्माण के दौरान 12 धमेला रेत एवं आधी बोरी सीमेंट का मसाला बनाया डाला जा रहा है। वहां कार्य कर रहे मजदूर ने बताया हमें इसी अनुपात में मसाला बनाने कहा गया है।पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री लगने से कमजोर गुणवत्ताहिन पुलिया के टूटने की पूरी आशंका है।
अधिकारी भी जाँच करने के नाम पर खानापूर्ति करके चले जाते है।ठेकेदार और संबंधित जेई की मिलीभगत से माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत निर्माण कार्य मे आये लाखो रुपये का बंदर बाट किया जा चुका है।
हो सकता है बड़ा हादसा, कौन होगा जिम्मेदार जिले के भ्रष्ट अधिकारी या दबंग ठेकेदार।
बीकापुर_अयोध्या
बीकापुर ब्लाक के अंतर्गत रामनगर ग्राम सभा के अयोध्या प्रयागराज नेशनल हाईवे से नुआवा बॉर्डर तक हो रहे पिच रोड में हो रहा है पुलिया का निर्माण, जिसमें लगाया जा रहा है घटिया मैटीरियल पीला एवं दो नंबर ईट, लगा रहे हैं बालू में सीमेंट न के बराबर मिलाकर लगाया जा रहा है। शासन के दिशा निर्देशों को ताक में रखकर ठेकेदार के द्वारा करा रहे निर्माण कार्य में लगातार अनियमिता।कार्य में पीला ईट व घटिया किस्म का रेते का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इतना घटिया मैटीरियल से निर्मित पुलिया कितने दिन चलेगा,जहां गुणवत्ताहीन पुलिया में निर्माण कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार साफ़ दिखाई दे रहा है।
जबकि ग्रामीणों का कहना की पुलिया निर्माण के दौरान 12 धमेला रेत एवं आधी बोरी सीमेंट का मसाला बनाया डाला जा रहा है। वहां कार्य कर रहे मजदूर ने बताया हमें इसी अनुपात में मसाला बनाने कहा गया है।पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री लगने से कमजोर गुणवत्ताहिन पुलिया के टूटने की पूरी आशंका है।
अधिकारी भी जाँच करने के नाम पर खानापूर्ति करके चले जाते है।ठेकेदार और संबंधित जेई की मिलीभगत से माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के अंतर्गत निर्माण कार्य मे आये लाखो रुपये का बंदर बाट किया जा चुका है।
हो सकता है बड़ा हादसा, कौन होगा जिम्मेदार जिले के भ्रष्ट अधिकारी या दबंग ठेकेदार।
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