कार बेचने के नाम पर 1.40 लाख की ठगी रुपये लेकर भी नहीं दी कार
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आरोपी का घर तलाशते पहुंचा पीडि़ता
लोगों ने बताया मकान बेचकर जा चुका है आरोपी
पीडि़त ने चौक कोतवाली में दर्ज करायी रिपोर्ट
लखनऊ ,2 मई।
स्विफ्ट कार बेचने का झांसा देकर जालसाजों ने युवक से 1.40 लाख रुपये हड़प लिए। कार न मिलने पर पीडि़त ने आरोपी को कॉल की तो नम्बर नहीं उठा। पीडि़त किसी तरह आरोपी के मकान पहुंचा तो पता चला कि वह बेचकर जा चुका है। अब इस मामले में पीडि़त ने चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज करायी है।
चौक के अकबरी गेट के खोखी टोली इलाके में मोहम्मद निशात परिवार के साथ रहते हैं। उनका कहना है कि बीते 6 मार्च को एक शख्स उससे मिलने आया। बातचीत में शख्स ने अपना परिचय शफीक खान निवासी अजयनगर कमता के रूप में दिया। उसने खुद को निशात के मामा रिजवानउल्ला का परिचित बताया। शफीक ने एक स्विफ्ट कार की फोटो वाट्सअप पर दिखाते हुए खुद को मालिक बताया और बोला कि वह कार 1.40 लाख में बेच रहा है। कार देख निशात ने लेने के लिए हामी भर दी। तीन दिन बाद उसने मामा की मौजूदगी में शफीक को 1 लाख रुपये नकद दे दिये। छह दिन बाद सौ रुपये के स्टाम्प पेपर पर कचहरी में नोटरी कराया गया। शफीक ने तीन दिन में डिलेवरी देने की बात कही और फिर चला गया। तय तारीख बीतने पर उसने शफीक के नम्बरों पर कॉल की तो उसने कहा कि आपकी रकम आरके प्रबंधक के पास जमा है।
आरके का मोबाइल नम्बर देते हुए बात करने को कहा। निशात ने कॉल की तो आरके ने कहा कि आपका एक लाख कम्पनी में जमा है। शेष 40 हजार बैंक में जमा कर दीजिए। पूछने पर आरके ने ओरियंटल बैंक ऑफ कामर्स चौक का खाता नम्बर दिया। अगले दिन 40 हजार रुपये दोस्त के खाते से दिये गये खाता नम्बर पर ट्रांसफर किये। इसके बाद भी कार नहीं मिली। परेशान निशात खोजबीन करते हुए शफीक के पते पर पहुंचा तो पता चला कि मकान बिक चुका है। ठगी का एहसास होने पर पीडि़त मोहम्मद निशात ने चौक कोतवाली में बुधवार को शफीक खान व आरके के खिलाफ धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज करायी है।
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