सफाई निरीक्षक समेत पांच निलम्बित
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राजधानी लखनऊ सफाई व्यवस्था में लापरवाही व कार्य स्थल पर मौजूद न रहने पर सफाई निरीक्षक समेत पांच को निलम्बित कर दिया गया है। मौके पर कार्यदायी संस्थाओं के 20 प्रतिशत कर्मचारी ही उपस्थित मिले। अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन काटने के साथ संस्थाओं पर दो हजार रुपए का अर्थदण्ड भी लगाया गया है।
बदहाल सफाई व्यवस्था पर हाईकोर्ट की फटकार व एनजीटी की अनुश्रवण समिति द्वारा किए पांच करोड़ रुपए हर्जाना भरने के आदेश के बाद नगर निगम हरकत में आया है। नगर आयुक्त डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी शनिवार को सफाई व्यवस्था का हकीकत जानने निकले। हालात बदतर नजर आए। जोन तीन के बेगम हजरत महल-बजरंग बली वार्ड, अलीगंज वार्ड तथा विवेकानन्दपुरी वार्डो में जगह-जगह कूड़े का ढेर मिला।
*कार्यदायी संस्थाओं पर जुर्माना*
विवेकानंन्द पुरी वार्ड में लॉयन सिक्योरिटी सर्विस, अलीगंज वार्ड में मदर स्वच्छकार तथा बेगम हजरतमहल वार्ड में रायफ्री इन्वेंचर कार्यदायी संस्था के लगभग 300 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। सुबह 7.45 से 9.15 बजे तक वार्डो में 50-60 सफाई कर्मचारी ही कार्य करते हुए पाये गये। हालात देखकर पता चल रहा था कि पिछले कई दिनों से सफाई हुई ही नहीं है। नालियां गंदगी से पटी पड़ी थीं। स्थानीय लोगों ने सफाई कर्मचारियों के न आने की पुष्टि की। नगर आयुक्त ने कार्यदायी संस्था के अनुपस्थित सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ तीनों संस्थाओं पर दो-दो हजार रुपए अर्थदण्ड भी लगाया। इसके अलावा सफाई कार्यो के पर्यवेक्षण में लापरवाही बरतने के लिए बेगम हजरतमहल वार्ड में कार्यरत बीट इंचार्ज नन्दू व विवेकानन्दपुरी के बीट इंचार्ज राम लखन को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया।
*सफाई निरीक्षक की लापरवाही उजागर*
सम्बन्धित सफाई एवं खाद्य निरीक्षक मनोज पाल की लापरवाही उजागर हुई। उन्होंने सफाई कार्य सुदृढ़ करने में कोई रूचि नहीं ली। निरीक्षण के समय वार्ड में तैनात सफाई कर्मचारियों का लेखाजोखा भी नहीं दे सके। गंदगी फैलाने पर स्पाट फाईन भी सिर्फ 500 रुपये वसूला गया था। कूड़े को अलग करने व पड़ावघर से कूड़ा उठान में सक्रिय प्रयास नहीं किया गया। निर्देश के बाद भी मतदान स्थलों की सफाई नहीं हुई थी। इससे पहले भी लापरवाही पर चेतावनी दी जा चुकी थी। अलीगंज वार्ड में मदर स्वच्छकार समिति के कर्मचारी भी पूरी संख्या में नहीं मिले। इस लापरवाही पर मनोज पाल को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया।
*आरआर विभाग के दो कर्मचारी भी निलम्बित*
नगर आयुक्त ने आरआर विभाग का भी औचक निरीक्षण किया। वर्कशाप में मामूली खराबी से 33 बड़े वाहन एवं 26 छोटे वाहन खड़े मिले। जबकि उसमें को दूर करवाया जा सकता था। इन वाहनों के कार्यशाला में खड़े रहने से कूड़ा उठान की व्यवस्था ध्वस्त हो रही है। पूर्व में अपर नगर आयुक्त अमित कुमार वाहनों को दुरुस्त करने का निर्देश दे चुके थे। इसके बावजूद वाहनों को ठीक नहीं किया गया। जबकि वाहनों के चालकों को नियमित रूप से वेतन दिया जा रहा है। वाहनों के मरम्मत मे लापरवाही पर फिटर ललित नारायण मिश्रा व चालक रामराज सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने का आदेश दिया।
राजधानी लखनऊ सफाई व्यवस्था में लापरवाही व कार्य स्थल पर मौजूद न रहने पर सफाई निरीक्षक समेत पांच को निलम्बित कर दिया गया है। मौके पर कार्यदायी संस्थाओं के 20 प्रतिशत कर्मचारी ही उपस्थित मिले। अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन काटने के साथ संस्थाओं पर दो हजार रुपए का अर्थदण्ड भी लगाया गया है।
बदहाल सफाई व्यवस्था पर हाईकोर्ट की फटकार व एनजीटी की अनुश्रवण समिति द्वारा किए पांच करोड़ रुपए हर्जाना भरने के आदेश के बाद नगर निगम हरकत में आया है। नगर आयुक्त डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी शनिवार को सफाई व्यवस्था का हकीकत जानने निकले। हालात बदतर नजर आए। जोन तीन के बेगम हजरत महल-बजरंग बली वार्ड, अलीगंज वार्ड तथा विवेकानन्दपुरी वार्डो में जगह-जगह कूड़े का ढेर मिला।
*कार्यदायी संस्थाओं पर जुर्माना*
विवेकानंन्द पुरी वार्ड में लॉयन सिक्योरिटी सर्विस, अलीगंज वार्ड में मदर स्वच्छकार तथा बेगम हजरतमहल वार्ड में रायफ्री इन्वेंचर कार्यदायी संस्था के लगभग 300 सफाई कर्मचारी तैनात हैं। सुबह 7.45 से 9.15 बजे तक वार्डो में 50-60 सफाई कर्मचारी ही कार्य करते हुए पाये गये। हालात देखकर पता चल रहा था कि पिछले कई दिनों से सफाई हुई ही नहीं है। नालियां गंदगी से पटी पड़ी थीं। स्थानीय लोगों ने सफाई कर्मचारियों के न आने की पुष्टि की। नगर आयुक्त ने कार्यदायी संस्था के अनुपस्थित सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के साथ तीनों संस्थाओं पर दो-दो हजार रुपए अर्थदण्ड भी लगाया। इसके अलावा सफाई कार्यो के पर्यवेक्षण में लापरवाही बरतने के लिए बेगम हजरतमहल वार्ड में कार्यरत बीट इंचार्ज नन्दू व विवेकानन्दपुरी के बीट इंचार्ज राम लखन को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया।
*सफाई निरीक्षक की लापरवाही उजागर*
सम्बन्धित सफाई एवं खाद्य निरीक्षक मनोज पाल की लापरवाही उजागर हुई। उन्होंने सफाई कार्य सुदृढ़ करने में कोई रूचि नहीं ली। निरीक्षण के समय वार्ड में तैनात सफाई कर्मचारियों का लेखाजोखा भी नहीं दे सके। गंदगी फैलाने पर स्पाट फाईन भी सिर्फ 500 रुपये वसूला गया था। कूड़े को अलग करने व पड़ावघर से कूड़ा उठान में सक्रिय प्रयास नहीं किया गया। निर्देश के बाद भी मतदान स्थलों की सफाई नहीं हुई थी। इससे पहले भी लापरवाही पर चेतावनी दी जा चुकी थी। अलीगंज वार्ड में मदर स्वच्छकार समिति के कर्मचारी भी पूरी संख्या में नहीं मिले। इस लापरवाही पर मनोज पाल को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया।
*आरआर विभाग के दो कर्मचारी भी निलम्बित*
नगर आयुक्त ने आरआर विभाग का भी औचक निरीक्षण किया। वर्कशाप में मामूली खराबी से 33 बड़े वाहन एवं 26 छोटे वाहन खड़े मिले। जबकि उसमें को दूर करवाया जा सकता था। इन वाहनों के कार्यशाला में खड़े रहने से कूड़ा उठान की व्यवस्था ध्वस्त हो रही है। पूर्व में अपर नगर आयुक्त अमित कुमार वाहनों को दुरुस्त करने का निर्देश दे चुके थे। इसके बावजूद वाहनों को ठीक नहीं किया गया। जबकि वाहनों के चालकों को नियमित रूप से वेतन दिया जा रहा है। वाहनों के मरम्मत मे लापरवाही पर फिटर ललित नारायण मिश्रा व चालक रामराज सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने का आदेश दिया।
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