आसान हो जायेगा लखनऊ से रायबरेली और बनारस का रेल सफर
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लखनऊ (सं)। लखनऊ से रायबरेली, अमेठी और बनारस रेलखण्ड पर ट्रेनों का सफर आसान होने वाला है। उतरेटिया और गौरीगंज के बीच रेल लाइन का विद्युतीकरण कार्य पूरा होने के बाद मुख्य रेल संरक्षा आयुक्तने पहले डीजल इंजन और फिर इलेक्ट्रिक इंजन चालित विशेष ट्रेन से गौरीगंज से बछरावां तक इलेक्ट्रिक रेल लाइन का गहन निरीक्षण किया। अब इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन के लिए अधिकारियों को मुख्य संरक्षा आयुक्त की अनुमति का इंतजार है।
मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त सीआरएस शैलेश कुमार पाठक ने बछरावां से रायबरेली होते हुए गौरीगंज तक के विद्युतीकृत रेल खंड का निरीक्षण किया। वह डीजल इंजन चालित विशेष ट्रेन से सुबह 11 बजे अपनी टीम के साथ बछरावां स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने स्टेशन और सब सेक्शनिंग पोस्ट का निरीक्षण किया। इसके बाद यहां से वह विशेष ट्रेन से 12.20 बजे हरचंदपुर स्टेशन पहुंचे। जहां स्टेशन एवं 132 व 25 केवी ट्रैक्शन सब स्टेशन का निरीक्षण किया। साथ ही आरवीएनएल द्वारा प्रकाशित सुरक्षा एव संरक्षा सम्बंधित पुस्तक का विमोचन कर उपकेन्द्र में पौधरोपण किया। इसके बाद रायबरेली स्थित कर्षण वितरण डिपो का उद्घाटन कर डिपो का जायजा लिया। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त ने रायबरेली पास करते हुए गेट संख्या 148 और शारदा नहर स्तिथ ब्रिज संख्या 545 का सघन निरीक्षण किया। यहां से फुरसतगंज सेक्शनिंग पोस्ट का निरीक्षण करते हुए वह गौरीगंज स्टेशन पहुंचे। जहां पहले से खड़े विद्युत लोको को विशेष ट्रेन में लगाया गया। इसके बाद उन्होंने गौरीगंज स्टेशन पर इलेक्ट्रिक इंजन चालित प्रथम विशेष गाड़ी का विधि विधान से पूजा अर्चना कर गौरीगंज से बछरावां तक 110 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से ट्रायल लिया। गौरीगंज से शाम 5.25 पर इलेक्ट्रिक इंजन युक्त विशेष गाड़ी का संचालन प्रारम्भ हुआ। इस मौके पर प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एसके सिंह, मंडल रेल प्रबंधक सतीश कुमार और डायरेक्टर प्रोजेक्ट आरवीएनएल विजय आनंद के अलावा रेलवे के कई वरिष्ठï अधिकारी मौजूद रहे।
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