लखनऊ नगर निगम के ठेकेदारों ने पेमेंट न होने से हड़ताल पर जा सकते
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आज दिनांक 18/12/2018 को महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम ठेकेदारों के भुगतान ना होने पर चली आ रही खिंचातान का स्वतः संज्ञान लेते हुए उसके निस्तारण हेतु नगर निगम के नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता, मुख्य वित्त एवं लेखा अधिकारी को लेखा-जोखा सहित एवं कांट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल एवं वरिष्ठ पार्षदों को एक साथ बुलाकर बैठक कर समस्या के हल निकलवाने पर चर्चा की।
ठेकेदारों ने पेमेंट न होने पर ही हड़ताल पर जाने की बात कही जिसपर महापौर ने कहा कि आपने एक बार भी हमसे बात करना मुनासिब नही समझा और सीधे हड़ताल पर चले गए । विगत होली पर आप सबको बिन मांगे ही भुगतान की व्यवस्था हमने करवायी थी । जिसपर ठेकेदारों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए करते हुए वार्षिकोत्सव समारोह में किये गए धरना प्रदर्शन के लिए माफी भी मांगी ।
इस दौरान ठेकेदारों के प्रतिनिधि मंडल ने अपना मांगपत्र महापौर को सौंपा ।
महापौर ने ठेकेदारों के 12 सूत्रीय मांगों पर विस्तार से चर्चा की ।
ठेकेदारों की मांग थी कि पूर्ण भुगतान के साथ ही प्रतिमाह हुई आय के अनुरूप भुगतान का प्रतिशत सुनिश्चित करवाने की बात कही जिसपर महापौर ने स्पष्ट किया कि वर्तमान समय मे आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया वाला हाल है। आमदनी कम है और पिछले सपा शासन से कटौती हो रही है। हमने वर्तमान में शासन से लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी, गृहमंत्री जी सहित नगर विकास मंत्री जी से बात की है जल्दी ही कटौती न होने का आश्वासन मिला है । बाकी भुगतान के लिए व्यवस्था बनाकर पवर्तमान वित्तीय वर्ष के भुगतान कार्य पूर्ण होने पर प्राथमिकता के आधार पर सुचिवार बिना किसी दबाब एवं सिफारिश के क्रमवार करा दिए जाएंगे। उसके उपरांत पिछले वर्षों के भुगतान भी धीरे - धीरे किये जायेंगे ।
साथ ही महापौर ने भुगतान में सुचिता बनाये रखने के उद्देश्य से यह तय किया कि महीने के प्रथम 3 सप्ताह भुगतान नही होगा और आखिरी हफ्ते में ही सभी कार्यों का भुगतान होगा और उसकी सूचना नगर आयुक्त और महापौर को पूर्ण पत्रावली सहित प्रेषित की जाएगी । महापौर ने आगे बताया कि जिसका जितना बकाया है उसके प्रतिशत के अनुसार दिया जाएगा । ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि सबको पैसा मिले और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न न हो ।
साथ ही ठेकेदारों ने महापौर जी के प्रयासों को सराहा और नगर निगम परिवार के साथ चलने की बात कही ।
महापौर ने कहा कि 2009-10 के सारे भुगतान करवा दिए गए है और पहली बार उप टू डेट बैलेंस शीट भी बनवा ली गयी है, इसके साथ ही सुचिता बनाये रखते हुए ऑनलाइन पेमेंट की भी व्यवस्था की गई है । उंन्होने स्पष्ट कहा कि ठेकेदार नगर निगम के चक्कर न लगाएं क्रमवार उनके खाते में ही ऑनलाइन पैसे आ जाएगा ।
*महापौर के आश्वासन के पश्चात ठेकेदारों ने अपना धरना समाप्त कर दिया*
इस मौके पर महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, नगर आयुक्त इन्द्रमणि त्रिपाठी, मुख्य अभियंता एस०सी० सिंह, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी महमिलिंद लाल, उपाध्यक्ष अरुण तिवारी, गिरीश मिश्रा, भाजपा पार्षद दल नेता रामकृष्ण यादव, रजनीश गुप्ता, कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ से धनंजय सिंह, अनिल श्रीवास्तव, दिनेश चंद्र, प्रमोद यादव, मनोज गुप्ता, लाईक अहमद, मुज़फ़्फ़र नकबी ,के.के.पाडेय, सुरेश लोधी।
आज दिनांक 18/12/2018 को महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम ठेकेदारों के भुगतान ना होने पर चली आ रही खिंचातान का स्वतः संज्ञान लेते हुए उसके निस्तारण हेतु नगर निगम के नगर आयुक्त, मुख्य अभियंता, मुख्य वित्त एवं लेखा अधिकारी को लेखा-जोखा सहित एवं कांट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल एवं वरिष्ठ पार्षदों को एक साथ बुलाकर बैठक कर समस्या के हल निकलवाने पर चर्चा की।
ठेकेदारों ने पेमेंट न होने पर ही हड़ताल पर जाने की बात कही जिसपर महापौर ने कहा कि आपने एक बार भी हमसे बात करना मुनासिब नही समझा और सीधे हड़ताल पर चले गए । विगत होली पर आप सबको बिन मांगे ही भुगतान की व्यवस्था हमने करवायी थी । जिसपर ठेकेदारों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए करते हुए वार्षिकोत्सव समारोह में किये गए धरना प्रदर्शन के लिए माफी भी मांगी ।
इस दौरान ठेकेदारों के प्रतिनिधि मंडल ने अपना मांगपत्र महापौर को सौंपा ।
महापौर ने ठेकेदारों के 12 सूत्रीय मांगों पर विस्तार से चर्चा की ।
ठेकेदारों की मांग थी कि पूर्ण भुगतान के साथ ही प्रतिमाह हुई आय के अनुरूप भुगतान का प्रतिशत सुनिश्चित करवाने की बात कही जिसपर महापौर ने स्पष्ट किया कि वर्तमान समय मे आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया वाला हाल है। आमदनी कम है और पिछले सपा शासन से कटौती हो रही है। हमने वर्तमान में शासन से लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी, गृहमंत्री जी सहित नगर विकास मंत्री जी से बात की है जल्दी ही कटौती न होने का आश्वासन मिला है । बाकी भुगतान के लिए व्यवस्था बनाकर पवर्तमान वित्तीय वर्ष के भुगतान कार्य पूर्ण होने पर प्राथमिकता के आधार पर सुचिवार बिना किसी दबाब एवं सिफारिश के क्रमवार करा दिए जाएंगे। उसके उपरांत पिछले वर्षों के भुगतान भी धीरे - धीरे किये जायेंगे ।
साथ ही महापौर ने भुगतान में सुचिता बनाये रखने के उद्देश्य से यह तय किया कि महीने के प्रथम 3 सप्ताह भुगतान नही होगा और आखिरी हफ्ते में ही सभी कार्यों का भुगतान होगा और उसकी सूचना नगर आयुक्त और महापौर को पूर्ण पत्रावली सहित प्रेषित की जाएगी । महापौर ने आगे बताया कि जिसका जितना बकाया है उसके प्रतिशत के अनुसार दिया जाएगा । ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि सबको पैसा मिले और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न न हो ।
साथ ही ठेकेदारों ने महापौर जी के प्रयासों को सराहा और नगर निगम परिवार के साथ चलने की बात कही ।
महापौर ने कहा कि 2009-10 के सारे भुगतान करवा दिए गए है और पहली बार उप टू डेट बैलेंस शीट भी बनवा ली गयी है, इसके साथ ही सुचिता बनाये रखते हुए ऑनलाइन पेमेंट की भी व्यवस्था की गई है । उंन्होने स्पष्ट कहा कि ठेकेदार नगर निगम के चक्कर न लगाएं क्रमवार उनके खाते में ही ऑनलाइन पैसे आ जाएगा ।
*महापौर के आश्वासन के पश्चात ठेकेदारों ने अपना धरना समाप्त कर दिया*
इस मौके पर महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, नगर आयुक्त इन्द्रमणि त्रिपाठी, मुख्य अभियंता एस०सी० सिंह, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी महमिलिंद लाल, उपाध्यक्ष अरुण तिवारी, गिरीश मिश्रा, भाजपा पार्षद दल नेता रामकृष्ण यादव, रजनीश गुप्ता, कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ से धनंजय सिंह, अनिल श्रीवास्तव, दिनेश चंद्र, प्रमोद यादव, मनोज गुप्ता, लाईक अहमद, मुज़फ़्फ़र नकबी ,के.के.पाडेय, सुरेश लोधी।
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