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उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल हुई समाप्त हाईकोर्ट के सम्मान मे ं हरताल वापसी

                                   HTN Live

उत्तर प्रदेश में 60 से अधिक घंटों से जारी बिजली कर्मचारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को आज शाम 6 बजे तक हड़ताल खत्म नहीं किए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
बिजली कर्मचारियों की इस हड़ताल के कारण कई जिलों के इलाकों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई थी, जबकि कई हिस्सों में बिजली की लंबी कटौती देखने को मिली थी।
ऊर्जा मंत्री ने कर्मचारियों से की काम पर जल्द लौटने की अपील
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से बिजली कर्मचारियों की सभी मांगों पर सकारात्मक तरीके से विचार किया जा रहा है और सरकार पहले से वार्ता के लिए तैयार थी।
शर्मा ने सभी कर्मचारियों से काम पर जल्द लौट जाने की अपील करते हुए ठप पड़ी व्यवस्थाओं को दोबारा सुचारु करने के लिए भी कहा।
ऊर्जा मंत्री और कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों के बीच शनिवार रात को भी बैठक हुई थी।
संघर्ष समिति ने किया हड़ताल खत्म करने का ऐलान
उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने हड़ताल खत्म होने का ऐलान करते हुए कहा, "सरकार ने जिन बिजली कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया है, उनकी बहाली की जाएगी। वहीं कर्मचारियों पर दर्ज मुकदमों को भी वापस लिया जाएगा।"
उन्होंने आगे कहा कि यह हड़ताल ऊर्जा मंत्री के आश्वासन और इलाहाबाद हाई कोर्ट के सम्मान में वापस ली गई है, लेकिन कर्मचारियों को इस बार भी कोई लिखित आश्वासन नहीं मिला है।
सरकार ने कई संविदा कर्मचारियों को किया था बर्खास्त 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हड़ताल के कारण पैदा हुई स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने आपूर्ति में बाधा डालने वाले और हड़ताल के नाम पर अराजकता पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
बता दें कि सरकार ने संविदा पर काम कर रहे कई कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया था, जबकि कई कर्मचारी नेताओं के खिलाफ आवश्‍यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (एस्‍मा) के तहत केस दर्ज किया था।

कर्मचारी क्यों कर रहे थे हड़ताल?
संघर्ष समिति के अनुसार, पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश सरकार और बिजली कर्मचारियों के बीच एक समझौता हुआ था, जिसमें कई मुद्दों पर सहमति बनी थी।
इनमें 3 प्रमोशन पदों के समयबद्ध वेतनमान का आदेश किया जाना, कई वर्षों से लंबित बोनस का भुगतान किया जाना और पावर सेक्टर इम्प्लॉईज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना समेत कई मुद्दे शामिल थे।
इन मुद्दों पर अमल नहीं होने के कारण कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर चले गए थे।
कई जिलों में ठप हुई थी बिजली आपूर्ति
कर्मचारियों की हड़ताल के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बिजली आपूर्ति की पूरी तरह ठप हो गई थी।
कानपुर, हरदोई, मेरठ, अयोध्या, रायबरेली, वाराणसी समेत कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में घंटों तक बिजली की कटौती हुई, जिसके चलते लोगों और उद्योगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा।
वहीं बारिश और तेज हवाएं चलने के कारण कई जगहों पर फॉल्ट की शिकायत आई थी, जिन्हें ठीक करने कोई कर्मचारी नहीं पहुंचा था।


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