लुआक्टा ने कुलाधिपति को दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को पदच्युत करने के लिए लिखा खुला पत्र
HTN Live
सेवा में
श्रीमती आनंदी बेन पटेल
मा राज्यपाल/कुलाधिपति
उत्तर प्रदेश
राजभवन, लखनऊ
विषय:-- दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को पदच्युत करने के सम्बंध में
महोदया
आपको सादर अवगत कराना है कि दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय,गोरखपुर के मा कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह जी द्वारा शिक्षको, एव शिक्षक संगठनों के प्रति लगातार अमर्यादित एव नियमो ,परिनियमों के विरुद्ध आचरण किया जा रहा है, जो कि कुलपति पद की मर्यादा एव गरिमा के विपरीत है । प्रोफेसर राजेश सिंह जी कुलपति पद की मर्यादा के विपरीत भाषा का प्रयोग करते है एव उनकी मानसिकता आपराधिक प्रवृत्ति की है । उनके कृत्य से शिक्षक अपने को अपमानित महसूस कर रहे हैं तथा उनमें गहरा रोष है । शिक्षक संघ का गठन शिक्षको की हितों की संरक्षा एवं शिक्षा के उन्नयन के लिए होता है । संगठन एक निगमित निकाय होने के साथ उसके पदाधिकारी उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 एव परिनियम के अंतर्गत विश्वविद्यालय की समिति के पदेन सदस्य भी होते है । किसी कुलपति को संगठनों के पदाधिकारियों के प्रबंध तंत्र को पत्र प्रेषित कर दण्डित किये जाने का आदेश प्रदान करना कुलपति जैसे पद पर आसीन व्यक्ति की नियमो के प्रति अज्ञानता एव तुच्छ मानसिकता का द्योतक है । लुआक्टा कुलपति, गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा गोरखपुर विश्वविद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ(गुआक्टा) के पदाधिकारियों के विरुद्ध किये गए अमर्यादित आचरण की निंदा करती है,एव उन्हें तत्काल पद से हटाये जाने की मांग करती है ।
सादर,
भवदीय,
डा मनोज पांडेय डा अंशु केडिया
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