डॉ महेंद्र नाथ राय माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट प्रत्याशी) शिक्षक एमएलसी ने सभी को पछाड़कर आगे बढ़ें
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भाजपा सरकार माध्यमिक शिक्षा ही नही बल्कि हरेक शिक्षा पर कुठाराघात पहुंचाया है जिसका खामियाजा गांव,गरीब,किसान,मजदूर, गरीब को झेलना पड़ रहा है लखीमपुर खीरी/सीतापुर/हरदोई/रायबरेली जिले को लखनऊ विश्वविद्यालय से सभी डिग्री कालेजों की संबद्धता का निर्णय बिना शिक्षकों के राय मशविरा के 2020 में अचानक में लिया गया जिससे इन जिलों के अभिभावकों के छात्रों पर भारी भरकम फीस चुकाकर करना पड़ेगा महेंद्र नाथ राय शिक्षक एमएलसी प्रत्याशी ने याद दिलाते हुए बताया की जिसके फलस्वरूप डिग्री कालेजों के प्रबंधको व शिक्षकों में इससे भारी आक्रोश व्याप्त है और शिक्षक समाज मेरे साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़े हैं। 01 दिसम्बर को मतदान के दिन मेरे नाम के आगे शिक्षक बंधु 1(एक) लिखकर भारी बहुमत से अपना आशीर्वाद प्रदान करेंगे ताकि उनके हित की बात सदन में प्रभावी ढंग से पहुंचे क्योंकि शिक्षक हित मेरे लिए सदैव सर्वोपरि है और भविष्य में रहेगा।
भाजपा सरकार के द्वारा हठ में किये गए कार्य
1-शिक्षकों के रिटायर होने के बाद पेंशन खत्म।
2- शिक्षकों को मिलने वाले मंहगाई भत्ते में कटौती।
3-यूपी सरकार के द्वारा शिक्षकों को सातवां वेतन आयोग लागू नही किया गया।
4-शिक्षकों को पूर्ण राज्य कर्मचारी का दर्जा नही दिया गया। 5-लाखों पद शिक्षकों रिक्त होने के बावजूद भर्ती नही।
5- चपरासी और बाबू की भर्ती पर रोक।
6-वित्तविहीन शिक्षकों को मिलने वाला विशेष प्रोत्साहन राशि बंद।
7-वित्तविहीन शिक्षकों को कोरोना काल मे कोई वित्तीय सहायता नही। क्या फिर भी वोट भाजपा को देना पढ़े लिखे व जागरूक समुदाय को ठीक है
डॉ महेंद्र नाथ राय शिक्षक एमएलसी प्रत्याशी ने सभी निस्वार्थ भाव से समर्पित माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) व अन्य सभी समर्थित शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को 👍हरेक बूथ जीतो👍 शिक्षक एमएलसी चुनाव जीतो के मंत्र पर निर्वाचन क्षेत्र-लखनऊ में आने वाले जिलों में-
1-लखीमपुर खीरी 2-सीतापुर 3-हरदोई 4-बाराबंकी 5-लखनऊ 6-रायबरेली 7-प्रतापगढ़ सहित बूथ लेवल कार्य में तीव्रता से निपटाने और 01 दिसंबर को बिना रुके,बिना थके,दिन-रात कठोर परिश्रम से 👍पहले मतदान👍फिर जलपान का नारा बुलंद करते हुए विजय हेतु संकल्प लिया(जय शिक्षक समाज)
प्रिय सभी सम्मानित गुरुजनो,ध्यान देकर सुनो,सुनकर जीवन सभी के सुधर जाएंगे, बात मानो न मानो,खुशी आपकी,ये चुनाव है ,वोट पड़ने के बाद खतम हो जाएंगे,👍हित अनहित पसु पच्छिउ जाना। मानुष तनु गुन ग्यान निधाना।।👍 भावार्थ पक्षी और पशु मुनियों के पास (बेधड़क) चले जाते हैं, पर हिंसा करने वाले बधिकों को देखते ही भाग जाते हैं। मित्र और शत्रु को पशु-पक्षी भी पहचानते हैं। फिर मनुष्य शरीर तो गुण और ज्ञान का भंडार ही है।👍सोचो जरा इधर भी,हम भी तो है तुम्हारे,क्या भाजपा शिक्षक,शिक्षा, शिक्षालय, शिक्षार्थियों की कभी भी हितैषी रही है, मगर नही , तो हम सब पढ़ी लिखी शिक्षक समाज है, ,
गुरु जनों के लिए विचारणीय प्रश्न ?
1-शिक्षकों के रिटायर होने के बाद पेंशन खत्म।
2- शिक्षकों को मिलने वाले मंहगाई भत्ते में कटौती।
3-यूपी सरकार के द्वारा शिक्षकों को सातवां वेतन आयोग लागू नही किया गया।
4-शिक्षकों को पूर्ण राज्य कर्मचारी का दर्जा नही दिया गया।
5-लाखों पद शिक्षकों रिक्त होने के बावजूद भर्ती नही।
6- विद्यालयों में चपरासी और बाबू की भर्ती पर रोक।
7-वित्तविहीन शिक्षकों को मिलने वाला विशेष प्रोत्साहन राशि बंद।
8-वित्तविहीन शिक्षकों को कोरोना काल मे कोई वित्तीय सहायता नही।
अच्छे दिनों का सपना दिखा कर खासकर वित्तविहीन शिक्षकों का हाल बेहाल करने वाले आज किस मुंह से शिक्षक भाइयों से वोट मांग रहे हैं मेरे समझ से परेय है गर इनको सच्चा कहूँ, तो उन श्रधेय राजा हरिश्चंद्र को क्या कहूँ, हैरान हूँ, मैं इनके जुमले देखकर। इतिहास गवाह है क्योंकि मैं झूँठ नही बोलता, भाजपा के वादे,इरादे शिक्षकों के प्रति नेक न तो थे,न तो है,न तो भविष्य में रहेंगे और इसलिए आओ!हम सब उनके आंखों में पड़े,जिनके मंसूबे हम सब शिक्षक मित्रों के प्रति ठीक नही,गर अभी नही तो कभी नही, कहीं देर न हो जाये👍01 दिसंबर को स्वयं और अपने इष्ट मित्रों के साथ डॉ महेंद्र नाथ राय जी को 01 लिखकर अपनी आवाज बुलंद करें।
प्रजातंत्र में मतदाता ही सबकुछ होता है लेकिन दुर्भाग्य वश भाजपा अपनी जीत से विनाश काले विपरीत बुद्धि की ओर चल पड़ी जिसके परिणामस्वरूप आज हरेक शिक्षक उनके हठधर्मिता का खामियाजा भुगतने के लिए विवश हैं आज शिक्षक समाज की हालत बद से बदतर हो गई है जिसका कारण है गलत नीतियां और भाजपा के सोच में वित्तविहीन शिक्षकों का मानो की कोई स्थान ही न हो कोरोना काल मे आर्थिक रूप से बहुत नुकसान हुआ परंतु किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता प्रदान नही किया और शोषण करते रहे अब समय आ गया है कि👍भय विन होति न प्रीति।
माध्यमिक शिक्षक संघ(चंदेल गुट) के निर्वाचन क्षेत्र-लखनऊ के प्रत्याशी डॉ महेन्द्र नाथ राय की मांग👍 सचिव व निदेशक (मा0 शिक्षा) एवं सभापति माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज व अपर मुख्य सचिव/ मा0 उपमुख्यमंत्री एवं कैबिनेट मंत्री माध्यमिक शिक्षा विभाग / मा0 राज्य मंत्री जी कृपया सविनय आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहूंगा कि- 👍शैक्षिक सत्र 2021-22 की नवीन हाई स्कूल/इंटर के नवीन मान्यता पत्र भरने से कोरोना संक्रमण काल के कारण हजारों संख्या में विद्यालय अवशेष है और इसलिए तिथि 31 दिसंबर 2020 तक यू पी बोर्ड की ऑनलाइन मान्यता आवेदन करने के लिए वेबसाइट का लिंक छात्रहित व जनहित तथा लोकहित में अविलंब खोलने का कष्ट करें।
भाजपा सरकार की गलत नीतियों का जिक्र करते हुए डॉ महेंद्र नाथ राय शिक्षक एमएलसी प्रत्याशी ने बताया कि अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में और प्राइवेट स्कूलों में वित्तविहीन शिक्षकों के लिए मा0 सर्वोच्च न्यायालय ने
समान कार्य-समान वेतन देने के लिए शिक्षक भाइयों को आदेशित कर चुका है फिर सरकार एक कदम भी आगे चलने के लिए तैयार नही है वहीं दूसरी तरफ अध्यापन कार्य कर रहे टीचरों को निकाला जा रहा है जिससे शिक्षक समाज आज भी नही भूल पाए है तथा इससे भारी आक्रोश व्याप्त है इसका भारी खामियाजा भाजपा के शिक्षक कैंडिडेट को अवश्य ही चुकाना पड़ेगा । अभी कोई भी जनता के उत्पीड़न हेतु सुप्रीम/हाई कोर्ट का निर्णय होता तो ये सरकार त्वरित लागू कर देती।
यूपी सरकार उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा/ माध्यमिक शिक्षा/उच्च शिक्षा/ वित्तविहीन शिक्षक सेवा नियमावली लागू नही कर पाई।1-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू नही कर पाई।
2-सुप्रीम कोर्ट के आदेश को समान कार्य-समान वेतन लागू नही कर पाई।
3-सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं कर पाई।शिक्षा मित्रों का समायोजन पूरा नहीं कर पाई।
4-हाई कोर्ट के आदेश हाई स्कूल/इंटर कॉलेजों की नवीन मान्यता की धारा 7 क (क) में संशोधन नही कर पाई।
5-बेसिक/माध्यमिक/उच्च कालेजों में रिक्त पदों को भर नही पाई
5-चतुर्थ कर्मचारियों के रिक्त पदों को भर नही पाई।
6-पेंशन बहाली अभी तक नहीं हुई जबकि नेताओं की अभी भी पेंशन मिल रही है।
7-महंगाई भत्ता काटने की बात हो याफिर अन्य सभी शिक्षक हित की बातें।और वोट शिक्षकों के चाहिए क्यों भाई क्या शिक्षक समाज वोट देने के पूर्व इन सभी घटना क्रम की याद किये बिना आंख बंद कर वोट का प्रयोग भाजपा के पक्ष में कर देगा हरगिज नहीं वोट का अर्थ होता है मत और विचार और इसलिए विना विचारे जो करे,सो पाछे पछिताय, काम बिगारे आपना, जग में होय हसांय,तब चित्त को चैन न आये,जियरा और मन घबराए।
शिक्षक समाज का अपमानडॉ महेन्द्र नाथ राय शिक्षक एमएलसी प्रत्याशी ने बताया कि बीजेपी को शिक्षकों से वोट मांगने का कोई भी नैतिक रूप से अधिकार नहीं है क्योंकि कोई भी समाज अपने हितलाभ के लिए अपनी आवाज बुलंद करने के उद्देश्य से अपने मूल्यवान मत के द्वारा किसी दल/पार्टी के उम्मीदवार को चुनता है लेकिन दुर्भाग्य वश भाजपा सदैव शिक्षकों के हित में कार्य न करके बल्कि हमेशा शोषण और उत्पीड़न किया है
निर्वाचन क्षेत्र-लखनऊ के (लखनऊ/हरदोई/सीतापुर/लखीमपुर खीरी/बाराबंकी/रायबरेली/प्रतापगढ़) उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव अबकी बार 9,000(नौ हजार) के पार। राष्ट्रीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष R.S VERMA ने बताया कि उत्तर प्रदेश विधान परिषद में कुल 100 सीट में सिर्फ पूरे राज्य में स्नातक खंड की 08 सीट (स्नातक शिक्षित बेरोजगारो की आवाज उठाने के लिए) और शिक्षक की 08 सीट (शिक्षकों की आवाज उठाने)के लिए निर्धारित है जिन पर भारतीय जनता पार्टी इन सभी के अधिकार छीनने के लिए सारी सरकारी मशीनरी लगा दिया है जिसके कारण अन्य राजनैतिक दल भी चुनाव में स्नातक/शिक्षक कोटे पर भाग ले रहे हैं जोकि स्नातक/शिक्षकों के हित में नही है। और इसलिए यूपी के सभी स्नातक/शिक्षकों को अपने अधिकारों पर अतिक्रमण करने के लिए पुरजोर विरोध करना चाहिए।
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