रामलला के क्षेत्र में आने का अहसास कराएंगे रेलवे स्टेशन
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रामलला मंदिर निर्माण का फैसला होने के बाद से देश-दुनिया की निगाहें इस पावन धर्मनगरी अयोध्या पर हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में जन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर बनने में भले ही काफी वक्त जाए लेकिन उत्तर रेलवे उससे पहले मंदिर की तर्ज पर वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने की तैयारी में है। इसके साथ ही अयोध्या से लखनऊ के बीच एक दर्जन रेलवे स्टेशनों को मंदिर मॉडल पर 300 करोड़ के बजट से सुंदरीकरण करने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। इन सभी स्टेशनों का जीर्णोद्धार मंदिर मॉडल के आधार पर ही किया जाएगा। इन स्टेशनों के निर्माण की कार्यदाई संस्थाएं राइट्स होगी।
राइट्स ने 300 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन अयोध्या रेलवे स्टेशन के नव निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अयोध्या स्टेशन का बाहरी डिजाइन राम मंदिर की तरह ही बनाया जाएगा। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेन से उतरने पर रामनगरी में आने का आभास होगा। रेलवे ने पूर्व में स्वीकृत 80 करोड़ के बजट को संशोधित करके 104 करोड़ कर दिया है। इसके लिए उत्तर रेलवे ने रेलवे बोर्ड से बजट मंजूरी के लिए प्रपोजल भी भेज दिया है।
उत्तर रेलवे ने दो साल पहले अयोध्या स्टेशन का नए सिरे से विकास करने की तैयारी शुरू की थी। जिसके लिए पिछले साल 80 करोड़ के प्रॉजेक्ट की मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो जाने के बाद रेलवे ने भी अपने स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के साथ ही उसी डिजाइन पर डिवलेप करने का निर्णय किया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव को इस प्रॉजेक्ट की पूरी जानकारी भेजी जा चुकी है। उम्मीद है कि अगले दो साल में अयोध्या स्टेशन की बिल्डिंग व यात्री सुविधाएं वर्ल्ड क्लास हो जाएंगी। उत्तर रेलवे के अफसरों का दावा है कि अयोध्या स्टेशन का स्वरूप राममंदिर की भांति होगा। भव्य स्टेशन के शीर्ष पर मंदिर का शिखर होगा। जबकि स्टेशन की दीवारों पर मंदिर पर लगाए जाने वाले पत्थरों की डिजाइन के पत्थर लगाए जाएंगे।
♦️21 महीने में तैयार हो जाएगा स्टेशन
अयोध्या स्टेशन के विकास की जिम्मेदारी राइट्स को दी गई है। यहां के तीनों प्लेटफार्मों को जोड़ने के लिए जहां दो पैदल पुल बनाए जाएंगे वहीं बुजुर्गों व महिलाओं की सुविधा के लिए लिफ्ट्स व एस्केलेटर्स भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा स्टेशन परिसर व प्लेटफार्मों का विस्तार किया जाएगा। जिससे 80-90 हजार तक भीड़ स्टेशन पर आसानी से आ जा सकेगी। पूरा स्टेशन एलईडी लाइट्स से जगमगाएगा। यहां दो दर्जन पेयजल बूथ, श्रद्धालुओं के बैठने के लिए 150 से अधिक स्टील की बेंचें, प्रतीक्षालय, विश्रामालय बनाने के अलावा रेलकर्मियों के लिए आवास भी बनाए जाएंगे। सांसद लल्लू सिंह भी अयोध्या स्टेशन के विकास के लिए लगातार जुटे हैं। उनकी कोशिश है कि निर्धारित 21 महीने में ही यह स्टेशन भव्य बन जाए।
♦️104 करोड़ रुपए से बनेगा विश्वस्तरीय स्टेशन
उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी का कहना है कि राम मंदिर की तर्ज पर अयोध्या स्टेशन को विकसित करने की जिम्मेदारी राइट्स को दी गई है। स्टेशन निर्माण के लिए पहले 80 करोड़ का बजट था और जिसे बढ़ाकर अब 104 करोड़ रुपए कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड से बजट मिलते ही काम और तेज कर दिया जाएगा। अयोध्या का पुराना स्टेशन अभी काफी नीचे बना हुआ है। नए स्टेशन का काम पूरा होने के साथ ही पुराने स्टेशन का भी जमींदोज कर दिया जाएगा। इससे यात्रियों को पहले की तरह ट्रेन से उतरने के बाद सीढ़ियों ने नीचे उतरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
रामलला मंदिर निर्माण का फैसला होने के बाद से देश-दुनिया की निगाहें इस पावन धर्मनगरी अयोध्या पर हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में जन्मभूमि स्थल पर राम मंदिर बनने में भले ही काफी वक्त जाए लेकिन उत्तर रेलवे उससे पहले मंदिर की तर्ज पर वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने की तैयारी में है। इसके साथ ही अयोध्या से लखनऊ के बीच एक दर्जन रेलवे स्टेशनों को मंदिर मॉडल पर 300 करोड़ के बजट से सुंदरीकरण करने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। इन सभी स्टेशनों का जीर्णोद्धार मंदिर मॉडल के आधार पर ही किया जाएगा। इन स्टेशनों के निर्माण की कार्यदाई संस्थाएं राइट्स होगी।
राइट्स ने 300 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन अयोध्या रेलवे स्टेशन के नव निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अयोध्या स्टेशन का बाहरी डिजाइन राम मंदिर की तरह ही बनाया जाएगा। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रेन से उतरने पर रामनगरी में आने का आभास होगा। रेलवे ने पूर्व में स्वीकृत 80 करोड़ के बजट को संशोधित करके 104 करोड़ कर दिया है। इसके लिए उत्तर रेलवे ने रेलवे बोर्ड से बजट मंजूरी के लिए प्रपोजल भी भेज दिया है।
उत्तर रेलवे ने दो साल पहले अयोध्या स्टेशन का नए सिरे से विकास करने की तैयारी शुरू की थी। जिसके लिए पिछले साल 80 करोड़ के प्रॉजेक्ट की मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो जाने के बाद रेलवे ने भी अपने स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के साथ ही उसी डिजाइन पर डिवलेप करने का निर्णय किया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव को इस प्रॉजेक्ट की पूरी जानकारी भेजी जा चुकी है। उम्मीद है कि अगले दो साल में अयोध्या स्टेशन की बिल्डिंग व यात्री सुविधाएं वर्ल्ड क्लास हो जाएंगी। उत्तर रेलवे के अफसरों का दावा है कि अयोध्या स्टेशन का स्वरूप राममंदिर की भांति होगा। भव्य स्टेशन के शीर्ष पर मंदिर का शिखर होगा। जबकि स्टेशन की दीवारों पर मंदिर पर लगाए जाने वाले पत्थरों की डिजाइन के पत्थर लगाए जाएंगे।
♦️21 महीने में तैयार हो जाएगा स्टेशन
अयोध्या स्टेशन के विकास की जिम्मेदारी राइट्स को दी गई है। यहां के तीनों प्लेटफार्मों को जोड़ने के लिए जहां दो पैदल पुल बनाए जाएंगे वहीं बुजुर्गों व महिलाओं की सुविधा के लिए लिफ्ट्स व एस्केलेटर्स भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा स्टेशन परिसर व प्लेटफार्मों का विस्तार किया जाएगा। जिससे 80-90 हजार तक भीड़ स्टेशन पर आसानी से आ जा सकेगी। पूरा स्टेशन एलईडी लाइट्स से जगमगाएगा। यहां दो दर्जन पेयजल बूथ, श्रद्धालुओं के बैठने के लिए 150 से अधिक स्टील की बेंचें, प्रतीक्षालय, विश्रामालय बनाने के अलावा रेलकर्मियों के लिए आवास भी बनाए जाएंगे। सांसद लल्लू सिंह भी अयोध्या स्टेशन के विकास के लिए लगातार जुटे हैं। उनकी कोशिश है कि निर्धारित 21 महीने में ही यह स्टेशन भव्य बन जाए।
♦️104 करोड़ रुपए से बनेगा विश्वस्तरीय स्टेशन
उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी का कहना है कि राम मंदिर की तर्ज पर अयोध्या स्टेशन को विकसित करने की जिम्मेदारी राइट्स को दी गई है। स्टेशन निर्माण के लिए पहले 80 करोड़ का बजट था और जिसे बढ़ाकर अब 104 करोड़ रुपए कर दिया गया है। रेलवे बोर्ड से बजट मिलते ही काम और तेज कर दिया जाएगा। अयोध्या का पुराना स्टेशन अभी काफी नीचे बना हुआ है। नए स्टेशन का काम पूरा होने के साथ ही पुराने स्टेशन का भी जमींदोज कर दिया जाएगा। इससे यात्रियों को पहले की तरह ट्रेन से उतरने के बाद सीढ़ियों ने नीचे उतरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
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