काशी के वेद 22 विद्वान 20 मार्च को राम नगरी अयोध्या धाम में करेंगे अनुष्ठान
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राम जन्मभूमि में विराजमान भगवान श्री रामलला को अस्थाई भवन में शिफ्ट किए जाने को लेकर 20 मार्च से ही परिसर में विशेष वैदिक विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रों के द्वारा धार्मिक अनुष्ठान शुरू होगा और भगवान श्री रामलला 24 मार्च को नए स्थान और विराजेंगे। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु संत 24 मार्च को रामकोट की परिक्रमा करेंगे इस दौरान भगवान श्री राम स्वरूप की भव्य शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी।
राम मंदिर निर्माण को लेकर भगवान श्री रामलला को अस्थाई भवन में शिफ्ट किया जाएगा। जिसके लिए बुलेटप्रूफ कॉटेज तैयार किया जा रहा है। वहीं अस्थाई भवन में विराजमान कराए जाने को लेकर काशी के 22 वैदिक विद्वान अयोध्या पहुंच रहे हैं। और 20 मार्च से विधि विधान पूर्वक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन होगा। और 24 मार्च को श्री रामलला को नया स्थान मिल जाएगा। वहीं इस दिन से हिंदी नव वर्ष का भी शुभारंभ होता हैं।इस दिन अयोध्या साधु संत रामलला के जन्मभूमि की परिक्रमा करते हैं इस वर्ष यह आयोजन का खास स्वरूप होगा। जिसमें भगवान श्री राम की भव्य शोभायात्रा के साथ बड़ी संख्या में संत समाज के साथ हजारों राम भक्त भी शामिल होंगे।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि राम जन्मभूमि में 29 मार्च से श्री रामलला को दूसरे स्थान के विराजमान करए जाने के लिए काशी सहित कई स्थानों से विद्वान अयोध्या पहुंच रहे है। साथ ही कहा कि चैत्रशुक्ल प्रतिपदा से हिंदी नव वर्ष का शुभारंभ होता हैं। जिसको लेकर अयोध्या में सभी साधु संत व दूर दूर से आने वाले श्रद्धालु राम कोट की परिक्रमा करते हैं इस वर्ष और ही विशाल अयोजन किया जाएगा। माना जा रहा कि इस वर्ष बहुत बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
राम जन्मभूमि में विराजमान भगवान श्री रामलला को अस्थाई भवन में शिफ्ट किए जाने को लेकर 20 मार्च से ही परिसर में विशेष वैदिक विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रों के द्वारा धार्मिक अनुष्ठान शुरू होगा और भगवान श्री रामलला 24 मार्च को नए स्थान और विराजेंगे। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु संत 24 मार्च को रामकोट की परिक्रमा करेंगे इस दौरान भगवान श्री राम स्वरूप की भव्य शोभा यात्रा भी निकाली जाएगी।
राम मंदिर निर्माण को लेकर भगवान श्री रामलला को अस्थाई भवन में शिफ्ट किया जाएगा। जिसके लिए बुलेटप्रूफ कॉटेज तैयार किया जा रहा है। वहीं अस्थाई भवन में विराजमान कराए जाने को लेकर काशी के 22 वैदिक विद्वान अयोध्या पहुंच रहे हैं। और 20 मार्च से विधि विधान पूर्वक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन होगा। और 24 मार्च को श्री रामलला को नया स्थान मिल जाएगा। वहीं इस दिन से हिंदी नव वर्ष का भी शुभारंभ होता हैं।इस दिन अयोध्या साधु संत रामलला के जन्मभूमि की परिक्रमा करते हैं इस वर्ष यह आयोजन का खास स्वरूप होगा। जिसमें भगवान श्री राम की भव्य शोभायात्रा के साथ बड़ी संख्या में संत समाज के साथ हजारों राम भक्त भी शामिल होंगे।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने बताया कि राम जन्मभूमि में 29 मार्च से श्री रामलला को दूसरे स्थान के विराजमान करए जाने के लिए काशी सहित कई स्थानों से विद्वान अयोध्या पहुंच रहे है। साथ ही कहा कि चैत्रशुक्ल प्रतिपदा से हिंदी नव वर्ष का शुभारंभ होता हैं। जिसको लेकर अयोध्या में सभी साधु संत व दूर दूर से आने वाले श्रद्धालु राम कोट की परिक्रमा करते हैं इस वर्ष और ही विशाल अयोजन किया जाएगा। माना जा रहा कि इस वर्ष बहुत बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
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