भाजपा की पहली लिस्ट में बीस से ज्यादा महिलाओं को मिला टिकट
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नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा की पहली लिस्ट में 184 नामों की घोषणा की गई है. इस लिस्ट में कुल 21 महिलाओं पर पार्टी ने भरोसा जताया है। इनमें हाई प्रोफाइल केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी को अमेठी से, हेमा मालिनी को मथुरा से, गोपीनाथ मुंडे की छोटी बेटी प्रीतम गोपीनाथ मुंडे को बीड से तो पूनम महाजन को मुम्बई नार्थ सेंट्रल से टिकट दिया गया है।
पहली लिस्ट में ही संघमित्रा मौर्या को बदायूं से, रक्षा निखिल खडसे को रावेर से, क्वीन ओझा को गोहाटी से, रेणुका सिंह को सरगुजा से टिकट मिला है। तेलंगाना के महबूब नगर से डीके अरुणा को, गोमती साईं को रायगढ़ से, टेहरी गढ़वाल से माला राजलक्ष्मी को, राजगंज से देबोश्री चौधरी को, मालदा दक्षिण से श्रीरूपा मित्रा चौधरी को, हुगली से लॉकेट चटर्जी को और घाटल से भारती घोष को टिकट दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे कार्यकाल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम चलाते रहे थे। वे बार-बार देश की बेटियों को आगे बढ़ाने का मौका देने की बात भी करते रहे। उनके कैबिनेट में महिला मंत्रियों को दी गई मजबूत जिम्मेदारी भी उनके इसी सोच को आगे बढ़ाती रही थी। सुषमा स्वराज को विदेश मंत्रालय, निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय, मेनका गांधी और कृष्णराज को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्मृति इरानी को पहले मानव संसाधन मंत्रालय और बाद में कपड़ा मंत्रालय दिया जाना उनके इसी सोच का सबूत माना गया था।
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लोकसभा चुनाव के लिए जारी भाजपा की पहली लिस्ट में 184 नामों की घोषणा की गई है. इस लिस्ट में कुल 21 महिलाओं पर पार्टी ने भरोसा जताया है। इनमें हाई प्रोफाइल केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी को अमेठी से, हेमा मालिनी को मथुरा से, गोपीनाथ मुंडे की छोटी बेटी प्रीतम गोपीनाथ मुंडे को बीड से तो पूनम महाजन को मुम्बई नार्थ सेंट्रल से टिकट दिया गया है।
पहली लिस्ट में ही संघमित्रा मौर्या को बदायूं से, रक्षा निखिल खडसे को रावेर से, क्वीन ओझा को गोहाटी से, रेणुका सिंह को सरगुजा से टिकट मिला है। तेलंगाना के महबूब नगर से डीके अरुणा को, गोमती साईं को रायगढ़ से, टेहरी गढ़वाल से माला राजलक्ष्मी को, राजगंज से देबोश्री चौधरी को, मालदा दक्षिण से श्रीरूपा मित्रा चौधरी को, हुगली से लॉकेट चटर्जी को और घाटल से भारती घोष को टिकट दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे कार्यकाल में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की मुहिम चलाते रहे थे। वे बार-बार देश की बेटियों को आगे बढ़ाने का मौका देने की बात भी करते रहे। उनके कैबिनेट में महिला मंत्रियों को दी गई मजबूत जिम्मेदारी भी उनके इसी सोच को आगे बढ़ाती रही थी। सुषमा स्वराज को विदेश मंत्रालय, निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय, मेनका गांधी और कृष्णराज को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्मृति इरानी को पहले मानव संसाधन मंत्रालय और बाद में कपड़ा मंत्रालय दिया जाना उनके इसी सोच का सबूत माना गया था।
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