लखनऊ महोत्सव की एक झलक
महोत्सव में किशोरियों के स्टॉल पर मिल रहा है क्राफ्ट
लखनऊ महोत्सव में मोती नगर स्थित राजकीय बालिका बालगृह की किशोरियां अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही हैं। ऐसा पहली बार हुआ है जब बालिका गृह की किशोरियों को लखनऊ महोत्सव जैसा बड़ा प्लेटफार्म मिल रहा है। जहां पर वह खुद के बनाये हुए क्राफ्ट के सामानों का स्टॉल लगाये हैं। इसके लिए किशोरियों ने कमर कस ली है और किशोरियां दिन रात इसके लिए मेहनत कर रही हैं।
बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पिछले कुछ महीनों से परिसर में ही ज्वेलरी और विभिन्न क्राफ्ट के सामानों को बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें करीब
दस किशोरियां परफेक्ट हो चुकी हैं। इन किशोरियों की ओर से लखनऊ महोत्सव में विभिन्न स्टॉल लगाये जायेंगे। खास बात यह है कि यह सामान बेहद कम दामों पर लोगों को उपलब्ध कराया जायेगा। इन सामानों की बिक्री से मिलने वाली रकम बालिकाओं के खातों में जमा कराई जायेगी।
लगे सीसीटीवी कैमरे
महोत्सव स्थल की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के साथ सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा गया है। महोत्सव आने वाले दर्शकों को अतिक्रमण व अवैध वाहन स्टैंडों के कारण होने वाली जाम की परेशानी से नहीं जूझना पड़ रहा है। महोत्सव स्थल के आसपास यातायात व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने को सभी प्रवेश द्वार के बाहर दोनों तरफ सड़क पर 50-50 मीटर के दायरे में नो पार्किंग व अतिक्रमण मुक्त रखा गया है।
स्टॉल संचालकों को मिले परिचय पत्र
महोत्सव परिसर में लगने वाले सभी तरह के स्टॉल पर इस बार नम्बर डाले गये हैं। साथ ही स्टॉल संचालक को फोटो युक्त परिचय पत्र भी जारी किये गये हैं, ताकि उनकी आड़ में बाहरी लोगों का महोत्सव स्थल पर प्रवेश रोका जा सके।
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