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डिजिटल युग में साइबर अपराधियों से बचना चुनौती पूर्ण

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आज दिनांक 22 अक्टूबर 20 24 को *साइबर सुरक्षा जागरूकता माह*  तथा *मिशन शक्ति फेस 5* के अंतर्गत नेशनल पीजी कॉलेज लखनऊ में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा साइबर क्राईम सेल हजरतगंज लखनऊ  द्वारा *साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान* महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह तथा राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर अर्चना सिंह एवं डॉक्टर प्रणति मिश्रा के मार्गदर्शन में चलाया गया । कार्यक्रम में *साइबर क्राईम सेल हजरतगंज के उप निरीक्षक राकेश कुमार मिश्रा, उपनिरीक्षक सैयद हसन आदिल, सीईओ अमित तिवारी तथा सीईओ सुनील कुमार* ने छात्र-छात्राओं को साइबर सुरक्षा से संबंधित अमूल्य जानकारी दी। *उप निरीक्षक राकेश कुमार मिश्रा* ने कहां की साइबर सुरक्षा सिर्फ एक आईटी मुद्दा नहीं है यह एक व्यावसायिक अनिवार्यता है और आप सबको बहुत ही सावधान रहना है किसी भी तरह के लालच में नहीं पडना है। 
सीईओ अमित तिवारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि 1. कार्रवाई करने से पहले जानकारी सत्यापित करें।
2. संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
3. बैंकों के साथ लेन-देन की पुष्टि करें।
4. संदिग्ध कॉल/नंबर की रिपोर्ट करें।
5. उच्च-रिटर्न योजनाओं से सावधान रहें।
6. व्यक्तिगत रूप से केवाईसी अपडेट करें।
7. व्यक्तिगत/बैंक विवरण साझा न करें।
*घोटालों की रिपोर्ट करें:*
1. राष्ट्रीय उपभोक्ता हेल्पलाइन (1800-11-4000)
2. साइबर अपराध रिपोर्टिंग (cybercrime.gov.in)
3. स्थानीय पुलिस स्टेशन
*जानकारी रखें, सतर्क रहें*
*उप निरीक्षक सैयद हसन आदिल* ने ब्राउज़र सुरक्षा, रिमोट वर्क प्रोटोकॉल, डेटिंग एप के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा *सीईओ सुनील कुमार* ने स्क्रीन शेयरिंग तथा गवर्नमेंट की तरफ से उपलब्ध साइबर सुरक्षा  कवच cyberdosti4C और pibfactcheck के बारे में विस्तृत जानकारी दी l  कार्यक्रम का संचालन करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ अर्चना सिंह ने कहा डिजिटल दुनिया में साइबर सुरक्षा जागरूकता बहुत ज़रूरी है। ऐसा कहा जा रहा है कि साइबर जागरूकता कार्यक्रम विकसित करना श्रम-गहन और चुनौतीपूर्ण हो सकता है।साइबर अपराधी लगातार विकसित हो रहे हैं और व्यवसायों से मूल्यवान डेटा चुराने के लिए कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए नए तरीके तैयार कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, वे मानवीय व्यवहार और भावनाओं का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि फ़िशिंग , स्पीयर फ़िशिंग, बिज़नेस ईमेल समझौता (बीईसी), आदि जैसे सोशल इंजीनियरिंग हमले इतने सफल हैं। इसलिए आप सभी को हर कदम पर सावधान रहना है। छात्राओं ने साइबर सिक्योरिटी से संबंधित कई प्रश्न किया। सीईओ अमित तिवारी ने बच्चों से कहा कि आप अपने सारे डॉक्यूमेंट डिजिलॉकर में सुरक्षित रखेंl साइबर सुरक्षा कार्यक्रम में राजनीति शास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र मणि त्रिपाठी ने साइबर क्राईम सेल से आए विशिष्ट जनों को पौधा भेंट कर उनका स्वागत तथा धन्यवाद ज्ञापित किया l कार्यक्रम में शिक्षा शास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रीना श्रीवास्तव उपस्थिति रही l छात्रों ने बहुत ही उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में सहभागिता की।

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