सिडबी ने एमएसएमई को सशक्त बनाने के लिए एसवीसी बैंक के साथ भागीदारी की
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इस निष्पादित समझौता ज्ञापन से एसवीसी बैंक सिडबी की पुनर्वित्त सुविधा का लाभ उठाकर एमएसएमई ग्राहकों के ऋण प्रवाह को और सक्षम बनाएगा।
एसवीसी बैंक सिडबी के साथ एक अनूठी पुनर्वित्त साझेदारी शुरू करने वाला पहला शहरी सहकारी बैंक बन गया है।
अगस्त 01, 2022: भारत के अग्रणी सहकारी बैंकों में से एक एसवीसी को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (एसवीसी बैंक), और भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए देश की शीर्ष वित्तीय संस्था भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) ने आज करार-ज्ञापन का निष्पादन कर भागीदारी की घोषणा की।
श्री आशीष सिंघल, एमडी, एसवीसी बैंक और श्री संजीव गुप्ता, महाप्रबंधक, सिडबी ने करार ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। करार के अनुसार, सिडबी एसवीसी बैंक को पुनर्वित्त सुविधा का विस्तार करेगा ताकि एमएसएमई को ऋण के बेहतर प्रवाह की सुविधा मिल सके।
इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए, एसवीसी बैंक के प्रबंध निदेशक श्री आशीष सिंघल ने कहा, “एमएसएमई क्षेत्र निर्यात, रोजगार सृजन और राजकोष को राजस्व के मामले में भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। एसवीसी बैंक 115 से अधिक वर्षों से एमएसएमई क्षेत्र को एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में समर्थन कर रहा है। हमारा मानना है कि किफायती पूंजी तक पहुंच इस क्षेत्र के लिए बड़ी राहत साबित होगी। भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप, सिडबी एमएसएमई से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए प्रेरक शक्ति साबित हुआ है। हमें एमएसएमई इकाइयों को सशक्त बनाने के उनके दृष्टिकोण में भाग लेने वाले पहले शहरी सहकारी बैंक के रूप में सिडबी के साथ भागीदारी करने पर गर्व है। ”
सिडबी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के संवर्धन, वित्तपोषण और विकास के साथ-साथ समान गतिविधियों में संलग्न संस्थाओं के कार्यों के समन्वय के लिए प्रमुख वित्तीय संस्थान है, सिडबी हाल ही में पात्र अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक (यूसीबी) और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी) को पुनर्वित्त सहायता देने का निर्णय किया है। यह पहला करार ज्ञापन है जो यूसीबी के साथ निष्पादित किया गया है। सिडबी विभिन्न राज्यों में अन्य शहरी सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के साथ ऐसे और करार ज्ञापनों को निष्पादित करेगा ।
करार-ज्ञापन पर बोलते हुए श्री संजीव गुप्ता, महाप्रबंधक, सिडबी ने कहा, “हम भारतीय एमएसएमई को एक सशक्त पारितंत्र प्रदान करने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। इस दिशा में, हमने अब विभिन्न अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों, एसएफबी और एनबीएफसी के साथ अपनी भागीदारी को शहरी सहकारी बैंक तक बढ़ा दिया है। हमारी ध्यान सभी क्षेत्रों में अग्रणी संस्थाओं के साथ इसे संरेखित करने पर है, जो आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा दे और भारत के सबसे होनहार आकांक्षात्मक पावरहाउस क्षेत्र जिन्हें एमएसएमई कहा जाता है, को आगे बढ़ाने में सहायक हो सकें । हम एसवीसी बैंक के साथ भागीदारी करने को लेकर उत्साहित हैं। एक सदी से अधिक का अनुभव रखने वाले बैंक होने के नाते, एसवीसी ने समुदायों को सशक्त बनाने में सफलता का प्रदर्शन किया है। हम समय के साथ अन्य बैंकों को भी अपनी पुनर्वित्त सेवाओं का विस्तार करेंगे।"
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