परिवार, पहाड़ और पाॅलिटिक्स का आइना थी मंगलेश की कविताएं
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शिया कालेज में आयोजित की गई श्रद्धांजलि सभा
लखनऊ। शिया पी.जी. कालेज के हिन्दी विभाग द्वारा आज कवि मंगलेश डबराल की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा ‘‘मै झण्डे सा फहराना चाहता हूं’’ का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में जलेस के महासचिव डाॅ. नलिन रंजन सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, हिन्दी विभाग, जेएनपीजी कालेज ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मंगलेश डबराल का जीवन विविधताओं से भरा रहा। उनका जीवन और रचनाएं हमारे सामने समाज के हर विषय को गंभीरता से उभारती रहीं हैं। वे एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व थे। वे केवल कवि ही नहीं बल्कि पत्रकार, संपादक, साहित्यकार, संगीतकार और अनुवादक के रूप में भी जाने जाते रहे हैं।
डाॅ सिंह ने बताया कि उनकी रचनाओं में परिवार और समाज के हर पहलू का चित्रण बारीकी से मिलता है। जनसत्ता, सहारा समय, पूर्वाग्रह आदि में संपादक और पत्रकार के रूप में उन्होंने पत्रकारिता की एक नई विधा को गढ़ने का कार्य किया। आज वे हमारे बीच में न रहते हुए भी हमारे दिलों में हमेशा बने रहेंगे। इससे पहले कार्यक्रम की रूपरेखा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ आलोक यादव ने रखी। उपस्थित लोगों का आभार असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ अर्चना सिंह ने व्यक्त किया। अन्त में लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर कवि मंगलेश डबराल को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में प्राचार्य डाॅ मो. मियां, डाॅ. एस.एम. हसनैन, डाॅ. एम. एम. एजाज अब्बास, डाॅ. प्रदीप शर्मा, चीफ प्रकाटर भुवन भाास्क श्रीवास्तव, डा नुजहत हुसैन, डा नुरीन जैदी, डा सादीक हुसैन, डाॅ शफी हैदर आमिल, डा0 रांबिन वर्मा, अभीषेक श्रीवास्तव, जय शंकर कश्यप, राजकुमार सैनी, छात्र नेता रातेन्द्र विक्रान्त सिंह आदि लोग शामिल रहे। इसकी जानकारीडाॅ0 आलोक यादव असिस्टेंट प्रोफेसर, हिन्दी विभाग
शिया पी.जी. कालेज, लखनऊ ने दिया
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