पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद जेल से रिहा, पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद लेने पहुंचे
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--24 अगस्त 2019 को छात्रा ने वीडियो बायरल करके चिन्मयानंद पर लगाया था यौन शोषण का आरोप
शाहजहांपुर। छात्रा से यौन शोषण के आरोप में जेल में बन्द पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को आखिरकार 139वे दिन जेल से रिहा कर दिया गया। उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सोमवार 3 फरवरी को जमानत दे दी थी। वहीं आज स्वामी चिन्मयानंद जेल से रिहा हुए। इस मौके पर स्वामी समर्थक सैकड़ों की संख्या में जेल गेट पर स्वामी के स्वागत के लिए पहुंच गए। पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ नई कार लेकर स्वामी चिन्मयानंद को लेने पहुंच गए। कार को पूरी तरह से फूलों से सजाया गया था। कार में आगे पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद व पीछे स्वामी चिन्मयानंद व बगल में पूर्व विधायक देवेंद्र पाल सिंह बैठे हुए थे। चिन्मयानंद चिन्मयानंद बीते 20 सितंबर 2019 से जेल में बंद थे। इससे पहले रंगदारी मामले में आरोपी पीड़ित छात्रा को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद 11 दिसंबर को जेल से रिहा कर दिया गया था।
!!23 जनवरी को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था!!
इससे पहले चिन्मयानंद प्रकरण से जुड़े मामले की सुनवाई 23 जनवरी को हुई थी। जस्टिस मनोज मिश्र और जस्टिस दीपक वर्मा की डिवीजन बेंच ने मामले को सुना था। तब चिन्मयानंद द्वारा दाखिल मॉनिटरिंग केस में पक्षकार बनाए जाने की मांग को बेंच ने अस्वीकार कर दिया था। साथ ही जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर एसआईटी यौन शोषण व रंगदारी मामले की जांच कर रही है। एसआईटी पीड़ित छात्रा और चिन्मयानंद दोनों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
--यौन शोषण के आरोप में चिन्मयानंद 20 सितंबर 2019 से जेल में बंद थे
रिपोर्ट - अमन मिश्रा
शाहजहांपुर। छात्रा से यौन शोषण के आरोप में जेल में बन्द पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को आखिरकार 139वे दिन जेल से रिहा कर दिया गया। उन्हें इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सोमवार 3 फरवरी को जमानत दे दी थी। वहीं आज स्वामी चिन्मयानंद जेल से रिहा हुए। इस मौके पर स्वामी समर्थक सैकड़ों की संख्या में जेल गेट पर स्वामी के स्वागत के लिए पहुंच गए। पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ नई कार लेकर स्वामी चिन्मयानंद को लेने पहुंच गए। कार को पूरी तरह से फूलों से सजाया गया था। कार में आगे पूर्व एमएलसी जयेश प्रसाद व पीछे स्वामी चिन्मयानंद व बगल में पूर्व विधायक देवेंद्र पाल सिंह बैठे हुए थे। चिन्मयानंद चिन्मयानंद बीते 20 सितंबर 2019 से जेल में बंद थे। इससे पहले रंगदारी मामले में आरोपी पीड़ित छात्रा को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद 11 दिसंबर को जेल से रिहा कर दिया गया था।
!!23 जनवरी को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था!!
इससे पहले चिन्मयानंद प्रकरण से जुड़े मामले की सुनवाई 23 जनवरी को हुई थी। जस्टिस मनोज मिश्र और जस्टिस दीपक वर्मा की डिवीजन बेंच ने मामले को सुना था। तब चिन्मयानंद द्वारा दाखिल मॉनिटरिंग केस में पक्षकार बनाए जाने की मांग को बेंच ने अस्वीकार कर दिया था। साथ ही जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर एसआईटी यौन शोषण व रंगदारी मामले की जांच कर रही है। एसआईटी पीड़ित छात्रा और चिन्मयानंद दोनों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।
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