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सरकार के धारा 370 हटाने के औचित्य एवं पड़ोसी दुश्मन देश की बौखलाहट पर विशेष-

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✒सुप्रभात- सम्पादकीय✒

 कल हमने अपनी आजादी की 73वीं वर्षगाँठ मनाया है।. आज सबसे पहले हम अपने सभी सुधीजन पाठको को 73वें स्वतंत्रता दिवस की   हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दे रहें हैं। आजकल भारतवर्ष का मुकुट भाल माना जाने वाला हमारी देश की धड़कन अपनी वादियों के लिए दुनिया में मशहूर जम्मू कश्मीर  से धारा 370 हटाना चर्चा का विषय बना हुआ है।देश में जहाँ सरकार के इस निर्णय के बाद खुशी का इजहार किया जा रहा है तो हमारे पड़ोसी पट्टीदार दुश्मन जैसे पगला सा गया है और उसकी समझ में नही आ रहा है कि वह क्या करें। सभी जानते है कि हमारी नामसमझी से पैदा हमारा जिगरी दुश्मन पाकिस्तान जम्मू कश्मीर समस्या को जन्म देने वाला आतंक की जननी है। वह नहीं होता तो शायद पूरा जम्मू कश्मीर भारत के नक्शे में होता। आजादी के समय की हुई जरा चूक एवं राजनैतिक महत्वाकांक्षा के चलते आजादी के बाद से नासूर बनती जा रही है और अब तक  हजारों कश्मीरियों के साथ हमारे हजारों फौजी जवान जम्मू कश्मीर की आन बान शान के लिए अपने प्राणों की  न्यौछावर कर चुके हैं। काशमीर पर बलिदान होने का क्रम आज भी जारी है और हमारी सेना एवं भारतप्रेमी काश्मीरी आज भी पाकिस्तान प्रायोजित आतंक एवं भारत विरोधी अलगाववादी ताकतों की गोली बम का सामना कर रहे हैं। कल जिस तरह जम्मू कश्मीर में आजादी का जश्न मनाया गया वह भी अपने आप में अभूतपूर्व है। आजादी मिलने से पहले से आजादी मिलने के बाद तक के बदलाव एवं खूनी संघर्ष की गवाह जम्मू कश्मीर की लाल चौक को पहली बार एक देश एक झंडा और निष्कंटक जश्ने आजादी मनाते हुये लोगों को देखने का मौका मिला है।काश्मीरियों के अमन में खलल डालने वाले पाकिस्तान की स्थिति उस कुत्ते जैसी है जो मार खाता है तो काटता नहीं बल्कि दाँत निकाल कर गुर्रा कर आँखें दिखाता है और पैर पटक देने मात्र पर दुम दबाकर चिल्लाते हुये भाग खड़ा होता है।
सभी जानते हैं कि  कश्मीर से धारा 370 हटाने की मांग आजादी के समय से ही की जा रही  थी लेकिन कोई इसे हटाने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहा था। सत्ताधारी भाजपा शुरू से इसे हटाने की मांग कर रही थी और सत्ता में पूर्ण बहुमत से आने पर हटाने का वादा कर रही थी। पार्टी और सरकार  एवं पार्टी के मुखिया मोदी अमित शाह की जोड़ी ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही वादा किया था कि अगर वह दोबारा सत्ता में आती है तो जम्मू कश्मीर से धारा 370 का कलंक हटा देगी हटा देगें। अपने वायदे के अनुसार भाजपा के दोनों रथवानों ने मिलकर ऐसा वादा पूरा किया कि देश-दुनिया भौचक्की देखती रह गई और दाँतों तले अँगुली दबा ली। हम इस के लिए सबसे पहले अपने देश की सरकार के दोनों रथवानों  को इस पुनीत कार्य कर उनके सहयोगियों के साथ  देशवासियों की तरफ से उन्हें आभार एवं धन्यवाद देते है।जम्मू कश्मीर के रहने वालों या वहाँ से निस्कासित भारतमाता के सपूत काश्मीरी ब्राह्मणों के लिये मोदी सरकार का यह तोहफा असली आजादी पाने जैसा अमूल्य धरोहर तोहफा है। ।इस ऐतहासिक फैसले का इंतजार काश्मीरी ब्राह्मण ही नही बल्कि तमाम अमनपसंद देशभक्त लोग आजादी के समय से ही कर रहे थे।यह सही है कि जम्मू कश्मीर से जुड़े होने के कारण लद्दाख का विकास जिस तरह आजादी के बाद से होना चाहिए वह नहीं हो पाया।लद्दाख के लोग आजादी के बाद से ही जम्मू कश्मीर में विलय करने के फैसले का विरोध कर केन्द्र के साथ अपने अलग अस्तित्व की मांग कर रहे थे।सरकार के इस अभूतपूर्व फैसले से लद्दाख को अपनी मौलिक पहचान मिल गयी है और उन्हें अब लग रहा है कि उन्हें आजादी मिली है।इतना ही नही उन्हें केन्द्र की छत्रछाया में रहकर प्रफुल्लित होकर खुली उड़ान भरने का सुनहरा मौका मिला है क्योंकि वह आजादी के बाद से ही अपनी आजादी की मांग कर रहे थे।जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद370 हटने कै बाद जिस देशवासी को खुशी न पैदा हुयी हो उसके भारतीय होने पर प्रश्नचिन्ह एवं संदेह पैदा  है।काश्मीर की धारा 370 से सिर्फ काश्मीरी मुसलमानों एवं वहाँ रहने वाले अन्य लोगों को संरक्षण का लाभ मिल रहा था शेष देश के मुसलमानों या अन्य के लिए इस विशेष धारा से कोई लाभ नहीं हो रहा था। धारा370 काश्मीरियों के लिये किसी काले कानून से कम नहीं थी।धारा 370 हटंने का मतलब काश्मीरियों का विनाश नहीं बल्कि उनको देश की मुख्य धारा में जोड़कर उनका सर्वांगीण बहुंमुखी विकास करना है।यही कारण है कि धारा हटने के बाद काश्मीर में एक गोली भी नहीं चली है और लोग इसका स्वागत कर रहे हैं।इसके विपरीत पाकिस्तान काश्मीरी मुसलमानों के नाम पर हमदर्दी का नाटक कर इसे इस्लाम पर खतरा बता रहा है और मर मिटने की धमकी दे रहा हैं। असलियत तो यह है कि पाकिस्तान 370 हटने से परेशान इसलिये है क्योंकि उसे अपने कब्जे वाले पाक अधिकृत काश्मीर के खतरा मंडराता दिखने लगा है। यहीं कारण है कि वह युद्ध में परमाणु बम का इस्तेमाल करने की धमकी देते हुये अपनी सेना एवं आतंकियों का जमाड़वा वहाँ पर लगा दिया है।उसे लग रहा है कि कहीं मोदी अमित बालाकोट जैसी कार्यवाही करके उसके अधिकृत वाले काश्मीर को भी हमसे छीन न ले। भारत सरकार ने 370 हटाकर अपने दुश्मन को ही नही बल्किअपने राजनैतिक विरोधियों  को भी सासँत में काश्मीर समस्या का स्वरूप विश्व में बदल दिया है।धन्यवाद।। सुप्रभात/ वंदेमातरम/ जयहिंद/ नमस्कार अदाब/ शुभकामनाएं।।ऊँ भूर्भुवः स्वः---/ ऊँ नमः शिवाय।।।


  भोलानाथ मिश्र
वरिष्ठ पत्रकार/समाजसेवी
रामसनेहीघाट,बाराबंकी,यूपी

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