बाल साहित्यकार शंकर सुल्तानपुरी का निधन
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लखनऊ (सं)। बाल साहित्य रचकर और कई सम्मान पाने वाले सुप्रसिद्ध वरिष्ठï बाल साहित्यकार और कवि शंकर सुल्तानपुरी का लम्बी बीमारी के बाद सोमवार को हो गया। शंकर लगभग 78 वर्ष के थे। उनका इलाज पिछले काफी समय से डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा था। बाल साहित्य पर पांच सौ से ज्यादा पुस्तकें ररचने वाले शंकर सुल्तानपुरी हिन्दी साहित्य की सभी विधाओं में महारथ रखते थे। लघु कहानियां लिखने के साथ साथ उन्होंने कई बेहतरीन कविताएं भी रचीं। कथाकार के रूप में भी उनकी पहचान रही है। तपस्वी भारत, बनदेवी का बेटा, खिलौने वाली, दुखभंजन की शोधयात्रा, महाकवि मजनू आदि उनकी प्रमुख पुस्तकों में शामिल हैं। शंकर सुल्तानपुरी के निधन पर वरिष्ठ हास्य कवि सर्वेश अस्थाना, अट्ठहास के अनूप श्रीवास्तव समेत कई लेखकों और साहित्यकारों ने शोक व्यक्त करके उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित की और कहा कि ऐसे वरिष्ठïजनों के जाने से साहित्य जगत को बड़ी क्षति पहुंची है।
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