केंद्र किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए काम कर रहा है
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नई दिल्ली, 31 जनवरी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि केंद्र किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए काम कर रहा है और उनकी स्थिति में सुधार के लिए कुछ कदम उठाए हैं। बजट सत्र की शुरुआत पर संसद के संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा, "मेरी सरकार किसानों की दशा में सुधार के लिए दिन-रात काम कर रही है।"उन्होंने कहा, "यह किसानों की आय सुधारने के लिए भी काम कर रही है। सरकार किसानों की हर जरूरत को समझते हुए, उनकी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत है।"अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सरकार ने 22 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना कर दिया है। उन्होंने कहा, "इसके साथ ही, किसानों के लिए अच्छी गुणवत्ता के बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।"कोविद ने कहा, "किसान रिकॉर्ड फसल उत्पादन देने के लिए साल भर काम करते हैं। यहां बैठे बहुत से सदस्य किसानों व ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों से अवगत हैं। किसान न सिर्फ हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि हमारी संस्कृति के रक्षक भी हैं।" उन्होंने कहा कि केंद्र ने सभी संभव तरीकों, से किसानों की मदद सुनिश्चित की है चाहे वह बीज हो, यूरिया, जल आपूर्ति, वैज्ञानिक पद्धति या मृदा स्वास्थ्य। उन्होंने कहा, "सरकार ने किसानों को नए बाजार भी मुहैया कराए हैं। वैज्ञानिक कृषि केंद्रों की संख्या भी बढ़ी है।"
नई दिल्ली, 31 जनवरी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को कहा कि केंद्र किसानों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए काम कर रहा है और उनकी स्थिति में सुधार के लिए कुछ कदम उठाए हैं। बजट सत्र की शुरुआत पर संसद के संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा, "मेरी सरकार किसानों की दशा में सुधार के लिए दिन-रात काम कर रही है।"उन्होंने कहा, "यह किसानों की आय सुधारने के लिए भी काम कर रही है। सरकार किसानों की हर जरूरत को समझते हुए, उनकी समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए प्रयासरत है।"अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सरकार ने 22 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना कर दिया है। उन्होंने कहा, "इसके साथ ही, किसानों के लिए अच्छी गुणवत्ता के बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।"कोविद ने कहा, "किसान रिकॉर्ड फसल उत्पादन देने के लिए साल भर काम करते हैं। यहां बैठे बहुत से सदस्य किसानों व ग्रामीण जीवन की कठिनाइयों से अवगत हैं। किसान न सिर्फ हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, बल्कि हमारी संस्कृति के रक्षक भी हैं।" उन्होंने कहा कि केंद्र ने सभी संभव तरीकों, से किसानों की मदद सुनिश्चित की है चाहे वह बीज हो, यूरिया, जल आपूर्ति, वैज्ञानिक पद्धति या मृदा स्वास्थ्य। उन्होंने कहा, "सरकार ने किसानों को नए बाजार भी मुहैया कराए हैं। वैज्ञानिक कृषि केंद्रों की संख्या भी बढ़ी है।"
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